मुजफ्फरनगर : सिविल लाइन थाना इलाके के इंदिरा कॉलोनी में कृष्णा शर्मा अपने पिता के घर में पिछले 30 वर्षों से रह रही हैं. बूढ़ी बहन कृष्णा के घर पर कृष्णा के वकील भाई ने पुलिस की मौजूदगी में घर को जेसीबी मशीन से तुड़वा कर अपनी बहन को सड़क किनारे रहने को मजबूर कर दिया.
कौन हैं कृष्णा शर्मा -
कृष्णा देवी की शादी देवबंद के सुभाष चंद्र शर्मा से हुयी थी. शादी के कुछ समय बाद ही सन 1990 में कृष्णा शर्मा के भाई पेशे से वकील वासुदेव शर्मा अपनी बहन कृष्णा शर्मा और अपने बहनोई सुभाष चंद्र शर्मा को ससुराल से अपनी बहन के हिस्से में आये 50,000 और 10 तोले सोना लेकर अपनी बहन कृष्णा को अपने मुजफ्फरनगर स्थित घर में रहने की इजाजत दे दी. कृष्णा शर्मा की चार बेटियां हैं, जिनकी शादी हो गयी है. जिनमें एक शादी शुदा बेटी अपनी मां कृष्णा के पास रहती है.
सन् 2005 में कृष्णा के सिर से पति सुभाष चंद्र का साया छिन गया, जिसके चलते कृष्णा शर्मा स्कूल में मेहनत मजदूरी कर अपना गुजर बसर कर रही हैं. वहीं कृष्णा का भाई अपने परिवार के साथ हरियाणा के करनाल जनपद में रहता है.
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कृष्णा शर्मा की अधिवक्ता ने कहा -
कृष्णा शर्मा की अधिवक्ता का कहना है कि यह एक घरेलू हिंसा और प्रॉपर्टी विवाद का मामला है जो कि न्यायालय में विचारधीन है. जिसमें पीड़ित कृष्णा का भाई वासुदेव अपनी प्रॉपर्टी पर अपनी बहन को घर से निकालकर कब्जा करना चाहता है. जिसके चलते पीड़िता के भाई ने नगरपालिका से अपने घर का छज्जा तोड़ने की परमिशन लेकर अवैध रूप से पूरे घर को पुलिस की मौजूदगी में तुड़वाकर खंडहर में तब्दील कर दिया गया जो की कानून के विरुद्ध है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया -
यह नगर पालिका द्वारा नहीं तोड़ा गया है. पीड़िता के भाई द्वारा छज्जे तोड़ने की आड़ में मकान को तोड़ने की कोशिश की गई. पुलिस के संज्ञान में यह मामला आया है. पुलिस द्वारा तुरंत मकान तोड़ने से रुकवाया गया. उस व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है. इसमें विधिक कार्यवाही चल रही है और विवेचना के आधार पर उसमें गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी.
-सतपाल अंतिल, एसपी सिटी