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मुजफ्फरनगर साम्प्रदायिक दंगे: पहले 40, अब 22 और मुकदमें होंगे वापस

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे वापस करने का जिला प्रशासन को आदेश पत्र जारी किया गया है. अब तक शासन से लगभग 40 मुकदमों के वापसी की स्वीकृति आ चुकी है.

साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे वापस होंगे.
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Published : Jul 24, 2019, 3:37 PM IST

मुजफ्फरनगर: साल 2013 में जिले में हुए साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे और वापस होने के संबंध में शासन ने जिला प्रशासन को आदेश पत्र जारी किया है. जिला प्रशासन के अनुसार शासन से मिले पत्र को न्यायालय में भेज दिया गया है.

साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे वापस होंगे.

दंगों के 22 मुकदमे और होंगे वापस

  • साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे वापस करने का जिला प्रशासन को आदेश पत्र जारी किया गया है.
  • जिला प्रशासन के अनुसार शासन से मिले पत्र को न्यायालय में भेज दिया गया है.
  • अब इस संबंध में अंतिम निर्णय कोर्ट का है.
  • अब तक शासन से लगभग 40 मुकदमों के वापसी की स्वीकृति आ चुकी है.
  • साम्प्रदायिक दंगों में 65 लोगों की मौत हो गई थी, हजारों लोगों को बेघर होकर कैम्पों में रहना पड़ा था.
  • इस मामले में पीड़ितों ने दंगे के आरोपियों पर मुकदमें दर्ज कराए थे.

शासन से जो भी मुकदमे वापसी के लिए पत्राचार आता है, उसे हम डीजीसी क्रिमनल की रिपोर्ट लगाकर वापस शासन को भेज देते हैं, फिर शासन उस पर निर्णय करता है. पिछले 5-6 महीनों में लगभग 22 मुकदमों का वापसी का आदेश हुआ है.

-अमित कुमार, एडीएम प्रशासन

मुजफ्फरनगर: साल 2013 में जिले में हुए साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे और वापस होने के संबंध में शासन ने जिला प्रशासन को आदेश पत्र जारी किया है. जिला प्रशासन के अनुसार शासन से मिले पत्र को न्यायालय में भेज दिया गया है.

साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे वापस होंगे.

दंगों के 22 मुकदमे और होंगे वापस

  • साम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे वापस करने का जिला प्रशासन को आदेश पत्र जारी किया गया है.
  • जिला प्रशासन के अनुसार शासन से मिले पत्र को न्यायालय में भेज दिया गया है.
  • अब इस संबंध में अंतिम निर्णय कोर्ट का है.
  • अब तक शासन से लगभग 40 मुकदमों के वापसी की स्वीकृति आ चुकी है.
  • साम्प्रदायिक दंगों में 65 लोगों की मौत हो गई थी, हजारों लोगों को बेघर होकर कैम्पों में रहना पड़ा था.
  • इस मामले में पीड़ितों ने दंगे के आरोपियों पर मुकदमें दर्ज कराए थे.

शासन से जो भी मुकदमे वापसी के लिए पत्राचार आता है, उसे हम डीजीसी क्रिमनल की रिपोर्ट लगाकर वापस शासन को भेज देते हैं, फिर शासन उस पर निर्णय करता है. पिछले 5-6 महीनों में लगभग 22 मुकदमों का वापसी का आदेश हुआ है.

-अमित कुमार, एडीएम प्रशासन

Intro:मुजफ्फरनगर: दंगों के 22 मुकदमे और होंगे वापस
मुज़फ्फरनगर। वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए सम्प्रदायिक दंगों के 22 मुकदमे और वापस होंगे इस संबंध में शासन ने जिला प्रशासन को आदेश पत्र जारी किया है। जिला प्रशासन के अनुसार शासन से मिले पत्र को न्यायालय में भेज दिया गया है। अब इस संबंध में अंतिम निर्णय कोर्ट का है। मुकदमें वापसी का अधिकार कोर्ट का ही है। अब तक शासन से लगभग 40 मुकदमों के वापसी की स्वीकृति आ चुकी है।
Body:आपको बता दें कि मुज़फ्फरनगर में वर्ष 2013 में हुए साम्प्रदायिक दंगे में 65 लोगों की मौत हो गयी थी और हजारों लोगों को घरों से बेघर होकर कैम्पों में रहना पड़ा था। इस मामले में पीड़ितों ने दंगा आरोपियों पर मुकदमें दर्ज कराये थे। पुलिस की ओर से भी दंगा भड़काने व भड़काऊ भाषण देने के मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए थे।
एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बताया कि शासन से जो भी मुक़दमे वापसी के लिए पत्राचार आता है उसे हम डीजीसी क्रिमनल की रिपोर्ट लगाकर वापस शासन को भेज देते हैं। फिर शासन उस पर निर्णय करता है। पिछले 5—6 महीनों में लगभग 22 मुकदमों का वापसी का आदेश हुआ है। शासन से मिले आदेश को डीजीसी क्रिमनल को भेजा गया है। अभी तक लगभग शासन से 40 मुकदमों के वापसी के आदेश आ चुके हैं। शासन ने केवल मुक़दमे वापसी के आदेश दिए है लेकिन इस पर कोर्ट का निर्णय अभी बाकी है। ये सभी मुक़दमे अलग अलग कोर्ट में चल रहे हैं। पिछले छह महीनों में लगभग 22 मुक़दमे वापसी के आदेश आये हैं।

Conclusion:जानकारी के अनुसार शासन ने जिन मुकदमों को वापस लेने की अनुमति दी है, वे पुलिस और पब्लिक की ओर से दर्ज कराए गए थे। इनमें से अधिकतर मुकदमे आगजनी, लूट, डकैती आदि धाराओं के हैं। इनमें सबसे ज्यादा मुकदमे फुगाना थाने में दर्ज हैं। इसके अलावा भौराकलां, जानसठ, नई मंडी, शहर कोतवाली आदि में दर्ज हुए मुकदमे भी इनमें शामिल हैं।

बाइट— अमित कुमार सिंह (एडीएम प्रशासन)

विजुअल— प्रतीकात्मक

अजय चौहान
9897799794
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