मुजफ्फरनगरः मुजफ्फरनगर नगरपालिका के दो सभासदों के खिलाफ मारपीट और एससी/एसटी में मुकदमा दर्ज किए जाने का मामला गरमा गया है. दो सभासदों पर कार्रवाई के विरोध में सभी सभासदों ने प्रेस कांफ्रेंस कर सोमवार को अपना-अपना त्यागपत्र देने की बात कही. सभासदों ने इसे साजिश के तहत सभासद को जेल भेजे जाने का भी आरोप लगाया है.
1 नवंबर को हुई नगरपालिका बोर्ड की बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार से कुछ स्वास्थ्य मुद्दों पर कहासुनी हो गई. अतुल कुमार ने सभासद प्रवीण पीटर और विपुल भटनागर पर मारपीट और एससी एसटी में मुकदमा दर्ज कराया था. प्रवीण पीटर सभासद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि नगरपालिका बोर्ड बैठक की सभी वीडियो उन्होंने देखी है. विपुल भटनागर का मारपीट से कोई लेना देना नहीं है. प्रकरण उच्च अधिकारी के संज्ञान में है भाजपा विपुल के साथ है.
नगरपालिका बोर्ड बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अतुल कुमार से मारपीट के आरोप में जेल गए सभासद से चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल रविवार को मिलने जेल पहुंची. वार्ड तेईस के सभासद प्रवीण मित्तल उर्फ पीटर और वार्ड बत्तीस के सभासद आईआईए के चेयरमैन विपुल भटनागर पर 1 नवंबर की बैठक में मारपीट और बदसलूकी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था. जेल से बाहर आकर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि एक साजिश के तहत सभासद प्रवीण मित्तल उर्फ पीटर को फंसाया गया है. पुलिस की ये कार्रवाई निंदनीय है. उन्होंने सभासद को भी हर हाल में उनके साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया.
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इस प्रकरण में सोमवार को एक बैठक का आयोजन होटल गोल्डन इन में किया गया. इसमें सभी सभासद उपस्थित हुए. नगरपालिका में चल रहे सभासद की गिरफ्तारी को लेकर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें उक्त फर्जी मुकदमा के बारे में सब ने अपने -अपने विचार रखें. लड़ाई सभासद परिवार व नगरपालिका अधिकारियों के बीच है, जिसमें सभी सभासद एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे.
1 नवम्बर को बोर्ड बैठक हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से सभी प्रस्ताव पास किए गए थे. सफाई कर्मियों की संख्या को बढ़ाने को लेकर आपस में थोड़ी धक्का-मुक्की और कहासुनी हो गई थी, जिसमें सभासद प्रवीण मित्तल और पीटर व अन्य सभासदों ने सार्वजनिक तौर से सभी के बीच में माफी मांग ली थी परंतु द्वेष भावना रखते हुए नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने गलत तथ्यों के आधार पर झूठा मुकदमा थाना कोतवाली में दर्ज कराया जो की जनहित में नहीं है.
सभासद जनता के कार्य की लड़ाई लड़ते हैं. सभासद विपुल भटनागर नगरपालिका बोर्ड बैठक में बीच-बचाव किया था, ना कि किसी अपशब्दों का इस्तेमाल किया और ना ही गाली -गलौज की थी. सभासद प्रवीण पीटर ने भी कोई जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया. थोड़ी धक्का-मुक्की हुई थी. यह सभी बातें वीडियो रिकॉर्डिंग में मौजूद है. अगर इन दोनों सभासदों के मुकदमे वापस नहीं लिए जाते तो हम सभी सभासद नगर पालिका बोर्ड से त्यागपत्र दे देंगे.
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