ETV Bharat / state

UP में कांग्रेस को बड़ा झटका, प्रियंका के सलाहकार हरेंद्र मलिक के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने छोड़ी कांग्रेस - मुजफ्फरनगर ताजा खबर

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है. प्रियंका गांधी के सलाहकार हरेंद्र मलिक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने इस्तीफा दे दिया है. पश्चिमी यूपी में पिता पुत्र की गिनती ताकतवर नेताओं में होती है.

UP में कांग्रेस को बड़ा झटका
UP में कांग्रेस को बड़ा झटका
author img

By

Published : Oct 20, 2021, 12:41 PM IST

मुजफ्फरनगर: कांग्रेस के दिग्गज नेता व प्रियंका गांधी के सलाहकार हरेंद्र मलिक ने मंगलवार शाम को कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. पार्टी छोडऩे के विभिन्न कारण बताते हुए हाईकमान को इस्तीफा भेज दिया है. उनके पूर्व विधायक पुत्र और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया है. कांग्रेस नेता होने के साथ-साथ वह किसान नेता के रूप में भी एक बड़ा चेहरा जिले की राजनीति से माने जाते हैं.

कांग्रेस के कद्दावर नेता व किसान राजनीति का बड़ा चेहरा हरेंद्र मलिक ने कांग्रेस से पुत्र सहित कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. इससे पूर्व भी जिले के कई बड़े नेताओं ने दल बदल कर सबको चौंका दिया था. इसके साथ ही सियासी सूरमा की चहलकदमी सत्ताधारी दल के खेमे में चिंता बढ़ाने का सबब बन गई है. राजनीतिक दलों में अपने रणनीति व राजनीतिक कौशल का मुजाहिरा पेश कर चुके हरेंद्र मलिक राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं.

हरेन्द्र मलिक 1985 में जनता दल के टिकट पर खतौनी से पहली बार विधायक बने. इसके बाद लोकदल से वे मुज़फ़्फ़रनगर की बघरा सीट से एमएलए चुने गए. इसके बाद वे समाजवादी पार्टी चले गए. काफी समय तक सपा में रहने के बाद वर्ष 2002 में इंडियन नेशनल लोकदल से राज्यसभा सदस्य चुने गए. लेकिन ओम प्रकाश चौटाला से तल्खी के चलते वर्ष 2004 में अपने पुत्र पंकज मलिक सहित दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता ली. इससे पूर्व हरेंद्र मलिक समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके थे. साथ ही किसान आंदोलन में हरेंद्र मलिक सक्रिय रहते हैं.

दिग्गजों का पाला बदलना भाजपा के लिए बना चुनौती
राजनीतिक अखाड़े में सियासी नेताओं ने दांवपेच दिखाने शुरू कर दिए हैं. साथ ही भाजपा की परेशानी भी बढ़ गई है. भाजपा के लिए इतिहास दोहराना आसान नहीं होगा. सपा, लोकदल गठबंधन के चलते नेताओं ने भी अपनी सियासी बिसात बिछाना शुरू कर दिया है. इससे पूर्व बसपा को अलविदा कहने वाले कादिर राणा व राजपाल सैनी साइकिल पर सवार हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें-कांग्रेस का वुमन कार्ड... लेकिन राजनीति में आज भी हाशिए पर महिलाएं

वर्तमान समय में हरेंद्र मलिक कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के सलाहकार है. पार्टी के भीतर चल रहे विभिन्न कारणों के चलते उनका पार्टी से मोहभंग हो गया है. साथ ही तत्काल पार्टी छोड़ने के साथ उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है. हालांकि अभी उन्होंने किसी भी पार्टी में जाने की कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही साइकिल की सवारी कर सकते हैं.

मुजफ्फरनगर: कांग्रेस के दिग्गज नेता व प्रियंका गांधी के सलाहकार हरेंद्र मलिक ने मंगलवार शाम को कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. पार्टी छोडऩे के विभिन्न कारण बताते हुए हाईकमान को इस्तीफा भेज दिया है. उनके पूर्व विधायक पुत्र और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज मलिक ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया है. कांग्रेस नेता होने के साथ-साथ वह किसान नेता के रूप में भी एक बड़ा चेहरा जिले की राजनीति से माने जाते हैं.

कांग्रेस के कद्दावर नेता व किसान राजनीति का बड़ा चेहरा हरेंद्र मलिक ने कांग्रेस से पुत्र सहित कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया. इससे पूर्व भी जिले के कई बड़े नेताओं ने दल बदल कर सबको चौंका दिया था. इसके साथ ही सियासी सूरमा की चहलकदमी सत्ताधारी दल के खेमे में चिंता बढ़ाने का सबब बन गई है. राजनीतिक दलों में अपने रणनीति व राजनीतिक कौशल का मुजाहिरा पेश कर चुके हरेंद्र मलिक राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं.

हरेन्द्र मलिक 1985 में जनता दल के टिकट पर खतौनी से पहली बार विधायक बने. इसके बाद लोकदल से वे मुज़फ़्फ़रनगर की बघरा सीट से एमएलए चुने गए. इसके बाद वे समाजवादी पार्टी चले गए. काफी समय तक सपा में रहने के बाद वर्ष 2002 में इंडियन नेशनल लोकदल से राज्यसभा सदस्य चुने गए. लेकिन ओम प्रकाश चौटाला से तल्खी के चलते वर्ष 2004 में अपने पुत्र पंकज मलिक सहित दोनों ने कांग्रेस की सदस्यता ली. इससे पूर्व हरेंद्र मलिक समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके थे. साथ ही किसान आंदोलन में हरेंद्र मलिक सक्रिय रहते हैं.

दिग्गजों का पाला बदलना भाजपा के लिए बना चुनौती
राजनीतिक अखाड़े में सियासी नेताओं ने दांवपेच दिखाने शुरू कर दिए हैं. साथ ही भाजपा की परेशानी भी बढ़ गई है. भाजपा के लिए इतिहास दोहराना आसान नहीं होगा. सपा, लोकदल गठबंधन के चलते नेताओं ने भी अपनी सियासी बिसात बिछाना शुरू कर दिया है. इससे पूर्व बसपा को अलविदा कहने वाले कादिर राणा व राजपाल सैनी साइकिल पर सवार हो चुके हैं.

इसे भी पढ़ें-कांग्रेस का वुमन कार्ड... लेकिन राजनीति में आज भी हाशिए पर महिलाएं

वर्तमान समय में हरेंद्र मलिक कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के सलाहकार है. पार्टी के भीतर चल रहे विभिन्न कारणों के चलते उनका पार्टी से मोहभंग हो गया है. साथ ही तत्काल पार्टी छोड़ने के साथ उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है. हालांकि अभी उन्होंने किसी भी पार्टी में जाने की कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही साइकिल की सवारी कर सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.