मुजफ्फरनगर: सरकार द्वारा तीन कृषि कानून वापस ले लिए गए. जिसके बाद किसान नेताओं ने आंदोलन के समाप्ति की घोषणा कर दी. आंदोलन के समाप्ति के बाद भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की घर वापसी पर आज गाजीपुर से सौरम की ऐतिहासिक चौपाल पर किसानों और समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. जहां उन्हें माला और गदा भेंट की गई. उन्होंने किसानों संग 50 किलो का केक भी काटा.
सौरम की चौपाल से चौधरी राकेश टिकैत ने किसानों व समर्थकों को अपने संबोधन में कहा कि सरकारों की नियत में कमी है. गड़बड़ हमारे खेत में नहीं हमारे हल में नहीं गड़बड़ तो दिल्ली की कलम में है. दिल्ली की कलम को ठीक करना होगा. यह किसानों की ट्रेनिंग हुई है. उन्होंने किसानों और समर्थकों से कहा कि कान खोल कर सुन लो दिल्ली में एक साल की ट्रेनिंग हुई है और आने वाले टाइम में जंग होगी. जंग के लिए तैयार रहो. उन्होंने कहा कि आप मजबूत हैं तो देश बचेगा. वहीं उन्होंने समर्थकों को ठठकारे भी लगवाए.
उन्होंने कहा कि लाल किला बचाने के लिए खापों ने अपनी आहुति दी थी. सरकार से हमारा कुनबा जुड़ गया, यह देश के किसानों का भाग्य का फैसला करेगा. आंदोलन में न सोए थे न आज सोएंगे, पूरी रात जागरण रहेगा. इस मौके पर भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने 50 किलो का केक भी काटा और सीडीएस बिपिन रावत की तस्वीर पर माला चढ़ाकर उनको श्रद्धांजलि भी अर्पित की.
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