मुजफ्फरनगरः जिले के खाईखेड़ी चीनी मिल में तैनात रहे उप निरीक्षक अशोक कुमार के आत्महत्या मामले में आबकारी विभाग और चीनी मिल के अधिकारियों पर FIR दर्ज की गई है. मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने मंगलवार को अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है. आत्महत्या की एक बड़ी वजह गन्ने के शीरे की कालाबाजारी और घोटाला माना जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
थाना पुरकाजी पुलिस के अनुसार, खुदकुशी से पहले जो सुसाइड नोट लिखा गया है, उसमें मृतक ने शीरे के काले कारोबार का जिक्र किया है. FIR दर्ज कराते हुए आबकारी उपनिरीक्षक के भाई ने बताया कि शीरा का काला कारोबार किया जा रहा था. कहीं उप निरीक्षक अशोक कुमार इसकी पोल न खोल दें इसलिए उन्हें प्रताड़ित किया गया. मामले में आत्महत्या पर मजबूर करने का मुकदमा दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, आगरा के आवास विकास सिकंदरा निवासी अशोक कुमार 27 अक्टूबर को देर रात कमरे में सोने गए थे. सुबह दस बजे तक कमरे से बाहर नहीं आने पर स्टाफ को शक हुआ. स्टाफ ने दरवाजा खोलने का काफी प्रयास किया फिर भी दरवाजा नहीं खुला. मौके पर अन्य कर्मचारियों की भीड़ जुट गई. सूचना के बाद मौके पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवाया, जहां पंखे से अशोक कुमार का शव लटकता हुआ मिला. पुलिस की मौजूदगी में शव को नीचे उतारा गया. इसके बाद आगरा में उनके परिजनों को इस घटना की जानकारी दी गई.
गौरतलब है कि अशोक कुमार की इसी साल जुलाई में चीनी मिल में तैनाती हुई थी. गुरुवार शाम को परिजनों के आने पर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. मृतक के भाई आनंद कुमार ने आबकारी विभाग और खाईखेड़ी चीनी मिल पर मुकदमा दर्ज कराया है. आनंद कुमार ने मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उनके भाई अशोक कुमार पर आबकारी और चीनी मिल अधिकारी दबाव बना रहे थे. उन्हें परेशान किया जा रहा था. इनका सुसाइड नोट पुलिस के पास है. कहा यह भी जा रहा है कि 25 अक्टूबर को उप निरीक्षक के मोबाइल पर लगातार कॉल्स आ रही थीं. हालांकि, यह कॉल्स कौन कर रहा था इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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