मुजफ्फरनगर: कोरोना संक्रमित होने के बाद 29 अप्रैल से गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री विजय कश्यप के निधन पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान समेत बड़ी संख्या में लोग शोक व्यक्त करने उनके शांति नगर स्थित निवास पर पहुंचे. पिछले कई दिन से वह आईसीयू में भर्ती थे. प्रदेश के बाढ़ नियंत्रण एवं राजस्व राज्य मंत्री विजय कश्यप का सहारनपुर जिले के ननौता में अंतिम संस्कार किया गया.
पिछले दिनों कोरोना की लगवाई थी वैक्सीन
मुजफ्फरनगर के चरथावल विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय कश्यप योगी सरकार में राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री थे. उन्होंने पिछले दिनों कोरोना की वैक्सीन भी लगवाई थी. यूपी की बीजेपी सरकार ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अब तक अपने 5 विधायक खो दिए हैं, जबकि अब तक कुल 8 विधायक अपनी जान गवां चुके हैं. बीते एक माह के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमित भारतीय जनता पार्टी के 5 विधायकों ने दम तोड़ दिया है. इनमें औरैया के रमेश चंद्र दिवाकर और लखनऊ पश्चिम से विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव का एक ही दिन 23 अप्रैल को निधन हो गया था. फिर रायबरेली की सलोन विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री दल बहादुर कोरी नहीं रहे. इनसे पहले लखनऊ पश्चिम से भाजपा विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव, औरैया सदर से भाजपा विधायक रमेश चंद्र दिवाकर और बरेली के नवाबगंज से भाजपा के विधायक केसर सिंह गंगवार ने कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था.
एक जिम्मेदार साथी खो दिया है
उत्तर प्रदेश के राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री विजय कश्यप का कोरोना से निधन हो गया. उन्होंने बुधवार रात गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली. पिछले दिनों कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर उन्होंने जांच कराई थी. पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर वह सहारनपुर के कस्बा ननौता स्थित अपने आवास पर ही होम आइसोलेट हो गए थे. बाद में हालत बिगड़ने पर उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार रात सवा 10 बजे उनका निधन हो गया. राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री विजय कश्यप चरथावल विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक थे. वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा प्रत्याशी मुकेश चौधरी को 23 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी थी. वह युवावस्था से ही आरएसएस से जुड़े रहे और बौद्धिक प्रकोष्ठ के जिला प्रमुख भी रहे. शांत स्वभाव के विजय कश्यप मूल रूप से सहारनपुर के ननौता के रहने वाले थे. वह मुजफ्फरनगर शहर की शांतिनगर कालोनी में किराए के मकान में रह रहे थे. मूलरूप से सहारनपुर के नानौता के रहने वाले विजय कश्यप की कर्मभूमि मुजफ्फरनगर की चरथावल रही. 2017 में मोदी लहर में चरथावल सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने विजय कश्यप को 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था. बावजूद इसके चरथावल सीट के लिए विजय कश्यप संघ की पहली पसंद बने रहे. दो बार की हार की सहानुभूति और मोदी लहर के चलते विधायक फिर योगी सरकार में राज्यमंत्री बने. उनके निधन पर तमाम लोगों ने दुख जताया है. केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि उन्होंने एक जिम्मेदार साथी खो दिया है.
कोविड प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार
विजय कश्यप का सहारनपुर जिले के ननौता में अंतिम संस्कार किया गया. कोविड प्रोटोकॉल के साथ उनके भाई अजय कश्यप ने उनको मुखाग्नि दी. इस मौके पर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे मंत्री सुरेश राणा, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान और प्रदेश के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और इसे भाजपा और पिछड़े समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया.
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