मुजफ्फरनगरः दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में शनिवार को भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया. टिकैत ने कहा कि जब वो विदेश से मेडल जीत कर ले आते हैं, तो पूरा देश खुशी मनाता है. लेकिन जब वो गलत चीजों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, अपना मान-सम्मान दांव पर लगाकर धरने पर बैठे हैं तो अब मजहब धर्म जाति दिख रही है.
दरअसल भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगा है. अतररार्ष्ट्रीय मंचों पर देश के लिए पदक जीत चुकी विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया समेत कई धाखड़ पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह की खिलाफ कार्रवाई को लेकर धरना दे रहे हैं. बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की थी.
खिलाड़ियों से मिलने के बाद शुक्रवार को नरेश टिकैत मुजफ्फरनगर पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और यूपी सरकार महिला सुरक्षा की बड़ी बात कर रही है. लेकिन, वास्तविकता एक दम परे है. महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. न सरकारी शिक्षा विभाग में और न पुलिस विभाग में. महिला जिस क्षेत्र में भी काम के लिए जाती हैं, उसको अमर्यादित नजर देखा जाता है. जो हमारे पहलवान हैं लड़की या लड़के हैं. उनका उत्पीड़न हो रहा है. उनके साथ ज्यादती की जा रही है.
टिकैत ने कहा उन्होंने जनवरी के महीने में भी जंतर मंतर पर धरना दिया था और फिर आश्वासन पर उठ गए थे. आज फिर उन्हें धरना देना पड़ रहा है. ऐसी क्या बात है, जो उन्होंने अपना-मान सम्मान ताक पर रख दिया. न जाने कितनी महिलाएं और लड़कियां हैं, जो इस तरह की बात को बर्दाश्त कर जाती होंगी. यदि कोई सत्ता में मंत्री है, तो ऐसा नहीं है कि वह कुछ भी कर लेगा. मामले में हुए एफआईआर को लेकर उन्होंने कहा कि एफआईआर हो गई ठीक है. हमारी महिला खिलाड़ी पहलवान के साथ नाइंसाफी होगी, तो फिर कब तक बर्दाश्त किया जायेगा. इसमें जाति, मजहब और बिरादरी की कोई बात नहीं होती. हरियाणा के रेसलर खिलाड़ियों के कब्जे के आरोप पर भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और इस तरह के आरोप तो लगातार लगते रहे हैं.
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