मुजफ्फरनगर: कुछ दिन पहले राजस्थान के 2 युवकों की हरियाणा में जिंदा जलाकर हत्या करने को लेकर गुरुवार को आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की हत्या के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री ने घर पहुंचकर मृतक आश्रितों को सरकारी नौकरी दी थी. जबकि हरियाणा में जिंदा जलाए गए जुनैद और नासिर के आश्रित को कुछ नहीं दिया गया है.
आजाद समाज पार्टी के मुजफ्फरनगर जिला अध्यक्ष जगदीश पाल के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. जगदीश पाल ने कहा कि राजस्थान की सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग के विरोध में काम कर रही है. विरोध प्रदर्शन के दौरान जगदीश पाल ने कहा कि पार्टी के निर्देश पर सभी कार्यकर्ता गुरुवार को प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर राजस्थान सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 16 फरवरी को राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी गांव निवासी दो युवकों जुनैद और नासिर को हिंदुवादी संगठन से जुड़े लोगों ने हरियाणा लेकर जाकर जिंदा जलाकर मार दिया था. इस मामले में राजस्थान सरकार का रवैया सौतेला है. वहीं, उदयपुर में कन्हैया की हत्या की गई थी तो राजस्थान के मुख्यमंत्री ने उनके आवास पर जाकर परिजनों को 50 लाख रुपए दिये थे. साथ ही मृतक के 2 आश्रितों को सरकारी नौकरी दी थी. वहीं, जुनैद और नासिर को ओबीसी समाज से होने के कारण उनके परिजनों के साथ भेदभाव किया जा रहा है.
जगदीश पाल ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने उनके आश्रितों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई करे. साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार को सौंपा.
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