मुजफ्फरनगरः जनपद की अर्जुन अवॉर्डी महिला पहलवान दिव्या काकरान को प्रदेश सरकार द्वारा खेल कोटे से नायब तहसीलदार बनाने जा रही हैं. दिव्या ने लखनऊ से फोन कर पिता को यह जानकारी दी है. अपनी खराब वित्तीय स्थिति के बारे में सरकार को लिखने के बावजूद 2018 में एशियाई खेल में उन्हें दिल्ली सरकार से समर्थन नहीं मिला, जिसको लेकर वह काफी चर्चा में रही थी. दिव्या वर्तमान में भारतीय रेलवे में वरिष्ठ टिकट परीक्षक के रूप में कार्यरत हैं. अब उनको नायाब तहसीलदार बनाया जाएगा.
आपको बता दें कि मुजफ्फरनगर के पुरबालियान गांव की बेटी दिव्या काकरान को प्रदेश सरकार द्वारा नायब तहसीलदार बनाने का फैसला लिया गया है. जानकारी में आया है कि उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने दिव्या को फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा उनकी फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए गए हैं. फिलहाल दिव्या रेलवे में सीनियर टिकट एग्जामिनर के पद पर तैनात हैं.पहलवान दिव्या काकरान कई बार देश का नाम भी रौशन कर चुकी हैं.
दिव्या काकरान भारत की एक फ्रीस्टाइल पहलवान हैं. दिव्या ने दिल्ली राज्य चैम्पियनशिप में 17 स्वर्ण पदकों सहित साठ पदक जीते हैं. आठ बार भारत केसरी का खिताब जीता है. 2022 के बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने महिलाओं की 68 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में कांस्य जीता. 2020 टोक्यो ओलंपिक में नाइजीरिया रजत पदक विजेता अफ्रीकी चैंपियन ब्लेसिंग से हार गई थी. पहले भी कई बार वह कुश्ती में नाम कमा चुकी हैं.
2018 में भारत केसरी दंगल 23 मार्च को काकरान ने भिवानी, हरियाणा में आयोजित भारत केसरी का खिताब जीता था. वहीं, इस फाइनल मैच से पहले दिव्या काकरान ने अंतरराष्ट्रीय चैंपियन गीता फोगट को हराया था. 2018 एशियाई खेल जकार्ता पालेमबांग में काकरान ने में कांस्य पदक जीता था. 2017 राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में काकरान ने स्वर्ण पदक जीता था. 2017 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में काकरान ने महिला फ्रीस्टाइल 69 किग्रा स्पर्धा में रजत पदक जीता.