चंदौली: भारतीय रेल अब यात्रियों को स्टेशनों पर उच्च कोटि की सुविधा मुहैया कराने की तैयारी में है. इसके लिए रेल भूमि विकास प्राधिकरण (Rail Land Development Authority) ने रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है. दीनदयाल रेलमंडल के गया जंक्शन सहित पूर्व मध्य रेल के राजेन्द्रनगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, गया, बेगूसराय एवं सिंगरौली स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्री सुविधा मुहैया करायी जाएगी. जो पीपीपी (Piblic Private Partnership) मोड पर आधारित होंगी. रेलवे ने पहल करते हुए इसकी जिम्मेदारी रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) को सौंप दी है.
दरअसल रेल भूमि विकास प्राधिकरण रेल मंत्रालय के अधीन एक सांविधिक प्राधिकरण (Statutory Authority) है. जो स्टेशनों पर सुविधाओं को बेहतर बनाते हुए स्टेशनों को विश्वस्तरीय रूप देते अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करती है. इसके तहत पांचों स्टेशनों को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा. जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी. स्टेशनों पर आगमन एवं प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगा. प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने/जाने में यात्रियों को असुविधा न हो. इससे वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे.
यात्रियों को भीड़ से मिलेगी राहत
यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ से बचने के लिए प्लेटफार्मों पर पर्याप्त कोंकोर्स का प्रावधान होगा. इन स्टेशनों पर आने वाले यात्री कैटरिंग, वाशरूम, पेयजल, एटीएम, इंटरनेट जैसी उच्चस्तरीय बुनियादी सुविधा का लाभ ले पाएंगे. पार्किंग एरिया में बढ़ोतरी करते हुए स्टेशन को जोड़ने वाले शहर के दोनों छोर को एकीकृत करते हुए सार्वजनिक या निजी परिवहन प्रणाली को विकसित किया जाएगा.
होटल की भी सुविधा मुहैया होगी
प्लेटफार्म पर यात्रियों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिए प्लेटफार्मों पर पार्सल का मुवमेंट पूर्णतः निशिद्ध रहेगा. ट्रेन से उतरकर होटल में ठहरने वाले यात्रियों के लिए कम दर पर होटल की सुविधा मुहैया होगी. साथ ही स्टेशन को चिकित्सा सुविधा से युक्त किया जाएगा. ताकि इमरजेंसी में किसी भी यात्री का तत्काल इलाज सम्भव हो सके. पूर्व मध्य रेल सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय रेलमंडल के गया समेत पूर्व मध्य रेल 5 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाएगा. जिसे योजना पीपीपी मोड पर संचालित होगी. इसके लिए रेल भूमि विकास प्राधिकरण योजना बना रही है.