चंदौली: प्रशासनिक लापरवाही आम जनमानस के लिए किस कदर जानलेवा होती है, इसका नजारा चंदौली जिले के नौगढ़ में देखने को मिला. यहां पुरानी तहसील की जर्जर दीवार गिरने से एक 38 वर्षीय महिला की दबकर मौत हो गई. महिला सार्वजनिक प्याऊ से पीने का पानी लेने गई थी. घटना की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं प्रशासनिक रवैये को लेकर लोगों में आक्रोश है. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि इस हादसे का जिम्मेदार कौन है?
दरअसल, नौगढ़ कस्बा निवासी डंगर मद्धेशिया की 38 वर्षीय पत्नी विलासा पुरानी बाजार में स्थित पुराने तहसील भवन के पास लगे प्याऊ से पीने का पानी लेने गई थी. वह पानी भर ही रही थी कि बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हुई जर्जर भवन की दीवार भरभराकर गिर पड़ी. इस दौरान विलासा दीवार के नीचे दब गई. स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में विलासा को मलबे से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना से परिवार के लोग सदमे में हैं. मृतका को दो पुत्र विकास और सूरज हैं, जबकि दो पुत्रियां गुड़िया और खुशबू हैं. गुड़िया की शादी हो चुकी है. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया. घटना की जानकारी होने पर तहसीलदार लालता प्रसाद मौके पर पहुंचे और परिवार के लोगों को सांत्वना दी. साथ ही उन्होंने सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया.
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बहरहाल प्रशासनिक अमला भले ही आर्थिक मदद का भरोसा दे रहा है, लेकिन इन सब के बीच बड़ा सवाल यह है कि पुराना तहसील भवन कंडम घोषित होने के बाद भी अब तक गिराया क्यों नहीं गया? क्या किसी हादसे का इंतजार किया जा रहा था? फिलहाल मामले में प्रशासन चुप्पी साधे हुए है.