चंदौली : योगी सरकार के तमाम दावों और व्यवस्थाओं के बावजूद जिले में गौशालाओं की स्थिति अच्छी नहीं है. अलीनगर थाना क्षेत्र के पटपरा गांव स्थित पशु आश्रय स्थल में मृत तीन गोवंशों का केंद्र परिसर में चमड़ा निकाले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है. हालांकि प्रशासन के पहुंचने से पहले कुछ लोग गोवंशों के शव पर मिट्टी डालकर वहां से फरार हो गए. हालांकि बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम मुगलसराय और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (सीवीओ) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं खुद को फंसता देख सीवीओ ने अपना आपा खो दिया और मीडिया के सामने ही आरोपी सफाईकर्मी पिटाई कर दी.
दरअसल बेसहारा पशुओं को सहारा देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार की ओर से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में आश्रय केंद्र स्थापित किए हैं. वहीं मंगलवार को पटपरा गांव स्थित पशु आश्रय केंद्र के बाहर मृत पशुओं को दफनाए जाने वाले स्थान पर मृत पड़ी गोवंशों का चमड़ा निकाले जाने का वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया. ग्रामीणों के विरोध के बाद चमड़ा छीलने वाले लोग मौके से फरार हो गए. फिलहाल सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने एक सफाईकर्मी को हिरासत में ले लिया.
सीवीओ ने खोया आपा, जड़ा थप्पड़
वहीं मौके पर पहुंचे मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एसपी पांडेय ने अपना आपा खो दिया और ग्रामीणों और पुलिस के सामने ही आरोपी की पिटाई कर दी. वहीं गिरफ्त में आये आरोपी सफाईकर्मी ने मृत गोवंश का चमड़ा निकालने की बात स्वीकारी है. वायरल वीडियो में भी यह कर्मी दिख रहा है. सीवीओ डॉ. एसपी पांडेय के साथ एसडीएम मुगलसराय सीपू गिरी भी मौके पर पहुंचे थे. इसके साथ ही निवर्तमात ग्राम प्रधान, चिकित्सक, सफाईकर्मियों से पूछताछ की गई. इस दौरान तीन गोवंशों को दफनाए जाने की बात सामने आई है.
गोशाला में दिखी दुर्रव्यवस्था
इस केंद्र पर कई पशुओं की हालत काफी खराब दिखाई दी. लोगों ने गायों को सूूूखा भूसा और गंदा पानी पिलाये जाने का आरोप लगाया है. फिलहाल मामले में सीवीओ डॉ. एसपी पांडेय ने जांच किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गोवंशों के चमड़े और हड्डी के व्यवसाय का आरोप
गोरक्षा समिति के अध्यक्ष प्रिंस जयसवाल ने आरोप लगाया कि यहां से मृत गायों के चमड़े और हड्डी का व्यवसाय हो रहा है. साथ ही यहां तैनात सफाईकर्मी भी इस वीडियो में दिखाई दे रहे हैं. यह साफ है कि घटना में कहीं न कहीं केंद्र संचालकों की मिलीभगत भी हो सकती है.
वीडियो वायरल होने के बाद पहुंचे गो रक्षक
दरअसल पटपरा गांव स्थित पशु आश्रय स्थल के बाहर पशुओं को दफनाये जाने वाले स्थान पर मृत गायों के चमड़े को छीले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय गोरक्षा वाहिनी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए.
गायों की टैगिंग में है गोलमाल
बहरहाल अधिकारी जांच की बात तो कर रहे हैं. लेकिन मंगलवार को पशु आश्रय केंद्र पटपरा पर मौजूद कई गायों की टैगिंग तक नहीं की गई थी. वहीं जिन पशुओं की टैगिंग हुई थी उनके कान से टैग को निकाला गया था. अब ऐसे में टैगिंग नहीं किया जाना, कहीं न कही पशुओं की संख्या में गड़बड़ी किये जाने की ओर इशारा कर रहा है.