चंदौलीः यूं तो ज्युतपुत्रिका का व्रत बच्चों की लंबी आयु के लिए रखा जाता है. वहीं जिले के जसौली में ज्युतपुत्रिका के दिन ही दो बच्चे काल के गाल में समा गए और मां की गोद सूनी हो गई. दरअसल सदर कोतवाली क्षेत्र के जसौली में चार युवक ज्युतपुत्रिका पूजा के लिए तालाब किनारे सफाई कर लौट रहे थे. तभी चारों युवक आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए. सूचना मिलने पर आसपास के लोगों ने सभी घायलों जिला चिकित्सालय ले गए, जहां चिकित्सकों ने दो को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य घायलों का उपचार किया जा रहा है.
बता दें कि ज्युतपुत्रिका व्रत के मद्देनजर गुरुवार सुबह जसौली गांव के युवक तालाब के किनारे सफाई करने गए थे. तभी अचानक तेज गरज के साथ बारिश होने लगी, जिससे बचने के लिए चारों युवक पास स्थित डीह बाबा मंदिर में जाकर छिप गए. तभी अचानक आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चारो युवक झुलस गए. इस दौरान चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया.
जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद राजन कुमार (22) व काजू (19) को मृत घोषित कर दिया, जबकि अरूण (19), गोविन्द (16) का उपचार चल रहा है. फिलहाल इन दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है.
वहीं सूचना मिलने पर परिजनों सहित गांव के लोग जिला चिकित्सालय में एकत्रित हो गए. वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक काजू मूल रूप से धनावल गांव का निवासी बताया जा रहा है, जो कि अपने ननिहाल जसौली में रह रहा था. काजू अपने माता-पिता का एकलौती संतान था.
घटना को लेकर एसडीएम सदर विजय नारायण सिंह में बताया कि आकाशीय बिजली की चपेट मे आने से दो युवकों की मौत हो गई, जबकि दो युवक झुलस गए. घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस आपदा में मृतक के परिजनों को शासन की तरफ से 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
वहीं जिले के सकलडीहा थाना में भी हरिहरपुर गांव में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो महिलाएं झुलस गई, जिन्हें आनन-फानन में परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. इनमें से एक महिला की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.