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मरीज के पेट में डॉक्टर ने छोड़ा तौलिया, तीन महीने बाद ऑपरेशन कर निकाला बाहर

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने एक मरीज के पेट में तौलिया छोड़ दिया. वहीं इस पूरे मामले में सीएमओ ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.

पीड़ित महिला.
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Published : Aug 20, 2019, 9:16 PM IST

चंदौली: जिले में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल परिजनों ने आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने मरीज के पेट में तौलिया छोड़ दिया. पूरे तीन महीने पेट में ही तौलिया पड़ा रहा. पेट दर्द के बाद दूसरे डॉक्टर ने पीड़िता का ऑपरेशन कर पेट से तौलिया निकाला. इस दौरान पीड़िता की हालत बेहद नाजुक हो गई. वहीं इस पूरे मामले में आरोपी डॉक्टर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते नजर आये. उन्होंने ऐसे किसी भी आरोप से इनकार करते हुए इसे निजी डॉक्टर्स की तरफ से साजिश बताया.

तीन महीने पेट में रहा तौलिया.

तीन महीने पेट में रहा तौलिया

  • दरअसल तीन महीने पहले चनहटा गांव की रहने वाली महिला प्रभा देवी का केजी नन्दा अस्पताल में बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ था.
  • परिजनों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर की लापरवाही से पेट में तौलिया छूट गया.
  • ऑपरेशन के दौरान टेट्रा नामक एक ‘मेडिकेटेड तौलिआ’ का उपयोग होता है, जिसे बाद में सावधानीपूर्वक निकाल लिया जाता है.
  • ऑपरेशन के बाद से महिला को पेट में दर्द की शिकायत बनी रही, तो अल्ट्रासाउंड में पेट में तौलिया नजर आया.
  • गरीब परिजनों ने बबुरी के एक निजी नर्सिंग होम में दोबारा ऑपरेशन कराया और तौलिया निकलवाया.
  • बबुरी अस्पताल में ऑपरेशन कर चिकित्सकों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.

पीड़िता का ऑपरेशन यहां हुआ था, लेकिन पीड़िता ने फॉलोअप नहीं कराया. व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में कुछ लोग हॉस्पिटल के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.

-आनंद प्रकाश तिवारी, आरोपी डॉक्टर

अभी पीड़िता की तरह से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. शिकायत प्राप्त होने के बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
-आरके मिश्रा, सीएमओ, चंदौली

चंदौली: जिले में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल परिजनों ने आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने मरीज के पेट में तौलिया छोड़ दिया. पूरे तीन महीने पेट में ही तौलिया पड़ा रहा. पेट दर्द के बाद दूसरे डॉक्टर ने पीड़िता का ऑपरेशन कर पेट से तौलिया निकाला. इस दौरान पीड़िता की हालत बेहद नाजुक हो गई. वहीं इस पूरे मामले में आरोपी डॉक्टर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते नजर आये. उन्होंने ऐसे किसी भी आरोप से इनकार करते हुए इसे निजी डॉक्टर्स की तरफ से साजिश बताया.

तीन महीने पेट में रहा तौलिया.

तीन महीने पेट में रहा तौलिया

  • दरअसल तीन महीने पहले चनहटा गांव की रहने वाली महिला प्रभा देवी का केजी नन्दा अस्पताल में बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ था.
  • परिजनों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर की लापरवाही से पेट में तौलिया छूट गया.
  • ऑपरेशन के दौरान टेट्रा नामक एक ‘मेडिकेटेड तौलिआ’ का उपयोग होता है, जिसे बाद में सावधानीपूर्वक निकाल लिया जाता है.
  • ऑपरेशन के बाद से महिला को पेट में दर्द की शिकायत बनी रही, तो अल्ट्रासाउंड में पेट में तौलिया नजर आया.
  • गरीब परिजनों ने बबुरी के एक निजी नर्सिंग होम में दोबारा ऑपरेशन कराया और तौलिया निकलवाया.
  • बबुरी अस्पताल में ऑपरेशन कर चिकित्सकों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.

पीड़िता का ऑपरेशन यहां हुआ था, लेकिन पीड़िता ने फॉलोअप नहीं कराया. व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में कुछ लोग हॉस्पिटल के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.

-आनंद प्रकाश तिवारी, आरोपी डॉक्टर

अभी पीड़िता की तरह से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. शिकायत प्राप्त होने के बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
-आरके मिश्रा, सीएमओ, चंदौली

Intro:चंदौली - डॉक्टर को धरती पर भगवान का रुप कहा जाता है. हर कोई उनसे अपने बीमार परिजन को जीवन दान देने के लिए उम्मीद लगाए रहता है. लेकिन जब जीवन दान देने वाले की लापरवाही से इंसान की जान पर बन आये तो वह कहा जाय ताजा मामला चन्दौली में सामने आया है जहां चिकित्सक की बड़ी लापरवाही से एक मरीज की जान पर बन आई है. इस घटना में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने मरीज के पेट में ‘तौलिया’ छोड़ दिया. पूरे तीन महीने पेट में ही ‘तौलिया’ रहने के बाद फिर से दूसरे डॉक्टर ने पीड़िता का ऑपरेशन कर पेट से तौलिया निकाला. इस दौरान पीड़िता की हालत बेहद नाजुक हो गई है. हद तो तब हो गई जब कार्रवाई से बचने के लिए डॉक्टर पूरे मामले से पल्ला झाड़ रहा है. तो परिजन का कहना है कि आरोपी डॉक्टर ही महिला का इलाज वाराणसी में करा रहा है.

Body:वीओ 1 - दरअसल तीन माह पूर्व चन्दौली के चनहटा गांव की रहने वाली एक महिला प्रभा देवी का चन्दौली के ही एक के जी नन्दा अस्पताल में बच्चेदानी का ऑपरेशन कराया था. इस दौरान डॉक्टर ने लापरवाही से पेट में एक तौलिया छोड़ दी. ऑपरेशन के दौरान टेट्रा नामक एक ‘मेडिकेटेड तौलिआ’ का उपयोग होता है, जिसे बाद में सावधानीपूर्वक निकाल लिया जाता है. लेकिन तीन महीने पहले डॉक्टर ने लापरवाही बरती और ‘टेट्रा तोलिया’ पेट में ही छोड़ दिया. ऑपरेशन के बाद से महिला को पेट में दर्द की शिकायत बनी रही. तो अल्ट्रासाउंड में पेट मे तोलिया नजर आई. तो गरीब परिजनों ने बबुरी के एक निजी नर्सिंग होम में दोबारा आपरेशन कराया और तोलिया निकलवाया. इस दौरान नर्सिंग होम संचालक ने इस ऑपरेशन के वीडियो बनवा लिया.

बाईट -- मुखई (परिजन)

वीओ 2 - बबुरी में आपरेशन कर चिकित्सको ने वीडियो बना कर वायरल कर दिया. तब जाकर मामला मीडिया सामने आया. परिजनों का कहना है कि के जी नन्दा अस्पताल में लापरवाही की वजह से महिला की जान पर बन आई है. और एक अस्पताल में जीवन और मौत के बीच जूझ रही है. पीड़ित महिला का परिवार बेहद गरीब है. जिसका फायदा उठाकर आरोपी डॉक्टर ने इस पूरे मामले की शिकायत न करने की शर्त पर बनारस में पीड़िता का इलाज करा रहा है. परिजनों के अनुसार पीड़िता की हालत बेहद गंभीर है. उसके अबतक तीन ऑपरेशन हो चुके हैं. फिलहाल इस पीड़िता को आईसीयू में रखा गया है.

बाईट - मुखई (परिजन)

वीओ 3 - हद तो तब हो गई जब एक तरफ अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए डॉक्टर गरीब महिला को इलाज के लिए वाराणसी में भर्ती करा रखा है. वहीं दूसरी तरफ मीडिया के सामने इस पूरे मामले की किसी तरह की प्रत्यक्ष जानकारी से पल्ला झाड़ लिया. कैमरे पर झूठ बोलते हुए आरोपी डॉक्टर आनन्द प्रकाश तिवारी ने बताया कि पीड़िता का ऑपरेशन तो उसके यहां हुआ था . लेकिन पीड़िता ने फालोअप नहीं कराया. व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा में कुछ लोग हॉस्पिटल के खिलाफ साजिश रच रहे हैं. वही परिजन का कहना है कि डॉक्टर ने कहा कि वह पीड़ित का इलाज तभी कराएगा जब पीड़ित या उसका परिवार उसकी शिकायत न करे.

बाइट - आनंद प्रकाश तिवारी (आरोपी डॉक्टर)

बाईट - मुखई (परिजन)

वीओ 4 - अब जब मामला सोशल मीडिया से मीडिया में आया तो चिरनिद्रा में सोया स्वास्थ महकमा जग गया है.और अब सीएमओ साहब जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे है.

बाईट -- आर के मिश्रा (सीएमओ चन्दौली )

एफवीओ - बहरहाल इस बेहद गंभीर मामले का संज्ञान लेकर स्वास्थ्य महकमा जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की बात जरूर कर रहा है. लेकिन मामला संज्ञान में आने के बावजूद महकमा जीवन और मौत के बीच जूझ रही पीड़िता से शिकायत की बाट जोह रहा है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि स्वास्थ्य महकमा जांच के बाद कोई कार्रवाई भी करता है या फिर तमाम जांचों की तरह यह मामला भी फाइलों में ही दम तोड़ देता है...


कमलेश गिरी
चन्दौलीConclusion:पूर्वी यूपी के चन्दौली में एक निजी हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिसने ऑपरेशन के दौरान पेट मे तौलिया छोड़ दिया. 3 माह बाद पेट दर्द में शिकायत के बाद अन्य अस्पताल में ऑपरेशन कर तौलिया बाहर निकाला गया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल ही रहा है और पीड़ित महिला वाराणसी के एक निजी अस्पताल में जीवन और मौत के बीच जूझ रही है...
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