चंदौली: कृषि कानून के खिलाफ किसान और सरकार के बीच दंगल जारी है. 8 दिसम्बर को प्रस्तावित किसान यात्रा की शुरुआत करने कन्नौज जा रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया. इससे सपाइयों में आक्रोश है. इसी क्रम में प्रदर्शन में शामिल होने की आशंका के चलते सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू को उनके आवास पर पुलिस ने नजरबंद कर लिया है.
सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह का कहना है कि अखिलेश यादव के आह्वान पर किसानों के हक की लड़ाई में समर्थन के लिए घर से निकलने की तैयारी में थे. तभी सीओ सकलडीहा के नेतृत्व में कई थानों की फोर्स घर पहुंची और उनकी जबरन होम अरेस्टिंग की.
पुलिस की कार्रवाई लोकतंत्र की हत्या
सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह ने सरकार के इशारे पर पुलिस की कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार की यह कार्यप्रणाली किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास है. आज एमएसपी लागू होने के बावजूद उनकी धान की खरीद नहीं हो पा रही है. औने-पौने दाम पर धान बेचा जा रहा है.
जिले भर में पुलिस कर रही गिरफ्तारी
किसान आंदोलन को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन जिले भर में सतर्क है. आंदोलन में भूमिका निभाने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं की गतिविधियों की निगरानी की जा रही है. विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की आशंका पर घर में सपा और किसान नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है. साथ ही सड़क पर उतरे सपाइयों की गिरफ्तारी भी की जा रही है.
सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह नजरबंद, कहा- ये लोकतंत्र की हत्या - सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह
यूपी के चंदौली में सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू को उनके आवास पर पुलिस ने नजरबंद कर दिया है. मनोज सिंह ने पुलिस की इस कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या करार दिया.
चंदौली: कृषि कानून के खिलाफ किसान और सरकार के बीच दंगल जारी है. 8 दिसम्बर को प्रस्तावित किसान यात्रा की शुरुआत करने कन्नौज जा रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया. इससे सपाइयों में आक्रोश है. इसी क्रम में प्रदर्शन में शामिल होने की आशंका के चलते सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू को उनके आवास पर पुलिस ने नजरबंद कर लिया है.
सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह का कहना है कि अखिलेश यादव के आह्वान पर किसानों के हक की लड़ाई में समर्थन के लिए घर से निकलने की तैयारी में थे. तभी सीओ सकलडीहा के नेतृत्व में कई थानों की फोर्स घर पहुंची और उनकी जबरन होम अरेस्टिंग की.
पुलिस की कार्रवाई लोकतंत्र की हत्या
सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह ने सरकार के इशारे पर पुलिस की कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार की यह कार्यप्रणाली किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास है. आज एमएसपी लागू होने के बावजूद उनकी धान की खरीद नहीं हो पा रही है. औने-पौने दाम पर धान बेचा जा रहा है.
जिले भर में पुलिस कर रही गिरफ्तारी
किसान आंदोलन को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन जिले भर में सतर्क है. आंदोलन में भूमिका निभाने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं की गतिविधियों की निगरानी की जा रही है. विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की आशंका पर घर में सपा और किसान नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है. साथ ही सड़क पर उतरे सपाइयों की गिरफ्तारी भी की जा रही है.