चंदौली: जनपद के बलुआ थाना क्षेत्र में बंजर भूमि पर तीन माह पूर्व स्थापित की गई डॉ.आंबेडकर की टूटी प्रतिमा मिलने पर गांव के लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. सूचना पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने मोर्चा संभालकर जेसीबी मशीन से प्रतिमा उठवाकर कोतवाली ले आई. वहीं सुरक्षा दृष्टि से गांव में पुलिस और पीएसी बल तैनात कर दिया गया है.
जानिए पूरा मामला
जानकारी के अनुसार बीते 31 दिसंबर की रात बछौली गांव में प्रधान पति ने ग्रामीणों के सहयोग से बिना अनुमति के बंजर भूमि में आंबेडकर प्रतिमा स्थापित कर दिया था. वहीं दूसरे दिन सकलडीहा के पूर्व एसडीएम प्रदीप कुमार सहित प्रशासन ने प्रतिमा हटाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उन्हें लौटना पड़ा. मामले में पुलिस ने प्रधान पति सहित 51 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. उसी समय से प्रधान पति और गांव के कुछ लोग फरार चल रहे हैं.
वहीं उपजिलाधिकारी ने इस मामले में एक लेखपाल पर भी कार्रवाई की है. नौ फरवरी को कानूनगो और दर्जनों की संख्या में गांव गए लेखपालों ने प्रतिमा हटावाने के लिए प्रस्ताव रखा, लेकिन बात नहीं बनी. इसी बीच फिर से अचानक प्रतिमा जमीन पर गिर गई. इससे ग्रामीण लामबंद हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मिणा, क्षेत्राधिकारी श्रुति गुप्ता की मौजूदगी में पुलिस ने जेसीबी मशीन से प्रतिमा उठवाई और सकलडीहा कोतवाली ले आए.
चंदौली में आंबेडकर की प्रतिमा टूटने पर बवाल - ambedkar broken statue in chandauli
चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा टूटने को लेकर ग्रामीणों ने जमकर बवाल किया. सूचना पर पहुंची प्रशासन ने मूर्ति को कोतवाली में रखवा दिया. वहीं सुरक्षा दृष्टि से मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात है.
चंदौली: जनपद के बलुआ थाना क्षेत्र में बंजर भूमि पर तीन माह पूर्व स्थापित की गई डॉ.आंबेडकर की टूटी प्रतिमा मिलने पर गांव के लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. सूचना पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने मोर्चा संभालकर जेसीबी मशीन से प्रतिमा उठवाकर कोतवाली ले आई. वहीं सुरक्षा दृष्टि से गांव में पुलिस और पीएसी बल तैनात कर दिया गया है.
जानिए पूरा मामला
जानकारी के अनुसार बीते 31 दिसंबर की रात बछौली गांव में प्रधान पति ने ग्रामीणों के सहयोग से बिना अनुमति के बंजर भूमि में आंबेडकर प्रतिमा स्थापित कर दिया था. वहीं दूसरे दिन सकलडीहा के पूर्व एसडीएम प्रदीप कुमार सहित प्रशासन ने प्रतिमा हटाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उन्हें लौटना पड़ा. मामले में पुलिस ने प्रधान पति सहित 51 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. उसी समय से प्रधान पति और गांव के कुछ लोग फरार चल रहे हैं.
वहीं उपजिलाधिकारी ने इस मामले में एक लेखपाल पर भी कार्रवाई की है. नौ फरवरी को कानूनगो और दर्जनों की संख्या में गांव गए लेखपालों ने प्रतिमा हटावाने के लिए प्रस्ताव रखा, लेकिन बात नहीं बनी. इसी बीच फिर से अचानक प्रतिमा जमीन पर गिर गई. इससे ग्रामीण लामबंद हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मिणा, क्षेत्राधिकारी श्रुति गुप्ता की मौजूदगी में पुलिस ने जेसीबी मशीन से प्रतिमा उठवाई और सकलडीहा कोतवाली ले आए.