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बहादुरपुर के जांबाज अनूप को मिला वीरता मेडल, आतंकी को उतारा था मौत के घाट

चंदौली के जांबाज सीआरपीएफ जवान अनूप सिंह(CRPF Jawan Anoop Singh) को राष्ट्रपति ने वीरता मेडल से नवाजा है. 19 जुलाई 2018 को जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में अनूप सिंह ने एक आतंकवादी को मौत के घाट उतारा था.

सीआरपीएफ जवान अनूप सिंह
सीआरपीएफ जवान अनूप सिंह
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Published : Jul 24, 2021, 11:07 PM IST

चंदौली: जिले में जांबाज जवानों की कमी नहीं है. पुलवामा में शहीद हुए अवधेश यादव के गांव बहादुरपुर के ही सीआरपीएफ जवान अनूप सिंह (CRPF Jawan Anoop Singh) को राष्ट्रपति ने वीरता मेडल (Gallantry Medal) से नवाजा है. 19 जुलाई 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के बटपूरा गांव में सीआरपीएफ और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में अपनी जान की परवाह न करते हुए अनूप सिंह ने एक आतंकवादी को मौत के घाट उतार दिया था. तलाशी के दौरान उस आतंकी के पास से AK-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ था.


जवान अनूप सिंह (CRPF Jawan Anoop Singh) की इस अदम्य साहस को देखते हुए उनका चयन राष्ट्रपति पदक के लिये किया गया था. 2019 में ही वीरता मेडल के लिए अनूप के नाम की संस्तुति की गई थी. फरवरी 2020 में राष्ट्रपति पदक की घोषणा की गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते समारोह स्थगित हो गया था. शुक्रवार को कोलकाता के सीआरपीएफ जोन में आयोजित समारोह में एडीजी नितिन अग्रवाल ने अनूप को वीरता मेडल (Gallantry Medal) दिया.

फिलहाल अनूप सिंह चंदौली में ही सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में तैनात हैं, जिन्हें वीरता मेडल (Gallantry Medal) मिलने के बाद उनके सहकर्मियों और परिवार के साथ ही गांव में भी खुशी की लहर है. अनूप पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर के हैं. उनके पिता रघुनाथ सिंह किसान हैं, जबकि माता गृहणी हैं.

चंदौली: जिले में जांबाज जवानों की कमी नहीं है. पुलवामा में शहीद हुए अवधेश यादव के गांव बहादुरपुर के ही सीआरपीएफ जवान अनूप सिंह (CRPF Jawan Anoop Singh) को राष्ट्रपति ने वीरता मेडल (Gallantry Medal) से नवाजा है. 19 जुलाई 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के बटपूरा गांव में सीआरपीएफ और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में अपनी जान की परवाह न करते हुए अनूप सिंह ने एक आतंकवादी को मौत के घाट उतार दिया था. तलाशी के दौरान उस आतंकी के पास से AK-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ था.


जवान अनूप सिंह (CRPF Jawan Anoop Singh) की इस अदम्य साहस को देखते हुए उनका चयन राष्ट्रपति पदक के लिये किया गया था. 2019 में ही वीरता मेडल के लिए अनूप के नाम की संस्तुति की गई थी. फरवरी 2020 में राष्ट्रपति पदक की घोषणा की गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते समारोह स्थगित हो गया था. शुक्रवार को कोलकाता के सीआरपीएफ जोन में आयोजित समारोह में एडीजी नितिन अग्रवाल ने अनूप को वीरता मेडल (Gallantry Medal) दिया.

फिलहाल अनूप सिंह चंदौली में ही सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में तैनात हैं, जिन्हें वीरता मेडल (Gallantry Medal) मिलने के बाद उनके सहकर्मियों और परिवार के साथ ही गांव में भी खुशी की लहर है. अनूप पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर के हैं. उनके पिता रघुनाथ सिंह किसान हैं, जबकि माता गृहणी हैं.

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