चंदौली: वैश्विक महामारी कोरोना के इस संक्रमण काल में जिले की चिकित्सकीय व्यवस्था की उस समय पोल खुल गई, जब मुगलसराय में 108 एम्बुलेंस बिना ऑक्सीजन के ही मरीज को लेने पहुंच गई. मरीज को लेकर जब एम्बुलेंस अस्पताल के लिए रवाना हुई तो उनके तीमारदारों को पता चला कि एम्बुलेंस में रखे सिलिंडर में ऑक्सीजन ही नहीं है. बाद में राजकीय महिला चिकित्सालय पहुंचने पर चिकित्सक ने मरीज को मृत घोषित कर दिया.
मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के कुंडा खुर्द निवासी एक बुजुर्ग की अचानक तबीयत बिगड़ गई. 108 एम्बुलेंस की मदद से पहले नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां प्राथमिक परीक्षण के बाद मरीज को राजकीय महिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जांच के लिए परिजन बड़े निजी अस्पताल ले जाना चाहते थे, लेकिन कोई साधन मिला. ऐसे में उन्होंने 108 एम्बुलेंस को बुलाया गया. मौके पर एम्बुलेंस कर्मी ने निजी अस्पताल ले जाने से इंकार कर दिया. इसके बाद बुजुर्ग को परिवार वाले मजबूरन राजकीय महिला अस्पताल लेकर पहुंचे.
इस बीच जब मरीज को एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की आवश्यकता हुई तो उसमें मौजूद एमटी विपिन कुमार ने बताया कि एम्बुलेंस में रखे सिलिंडर में बुधवार से ही ऑक्सीजन नहीं है. रास्ते में मरीज की हालत बिगड़ती गई और अंततः एम्बुलेंस के अस्पताल पर पहुंचने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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वहीं राजकीय महिला अस्पताल के प्रभारी ने बताया कि मरीज की मौत रास्ते में ही हो गई थी. शिकायत के बाद जांच की गई तो एम्बुलेंस में रखे सिलिंडर में ऑक्सीजन नहीं थी. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि एम्बुलेंस में ऑक्सीजन जरूर होनी चाहिए. जिले में स्वास्थ्य महकमे का ये हाल तब है. जब देश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ रहा है. देश भर में स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए है.