चंदौलीः कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने जीवन रक्षक दवा रेमडेसिवीर के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही इसके कलाबाजारी करने वाले के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए हैं. लेकिन बावजूद इसके इसकी उपलब्धता जिलेभर में मात्र 40 वायल है. हालांकि सीएमओ चंदौली वीपी द्विवेदी जल्द रेमडेसिवीर के नए खेप के आने की बात कह रहे हैं.
कोविड से मरने वालों की संख्या में इजाफा
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहासा वृद्धि देखने को मिल रही है. इसमें गंभीर मरीजों के इलाज में समस्याएं भी आनी शुरू हो गई है. कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के आंकड़े भी तेजी से बढ़ रहे हैं. सिर्फ पिछले एक सप्ताह में ही 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. यह वो आंकड़े हैं, जो सरकारी फाइलो में दर्ज हैं. जबकि इससे इतर भी जिलेभर में मौतों का सिलसिला चल रहा है.
मात्र 40 वायल ही उपलब्ध है रेमडेसिवीर
जिले के एल-2 अस्पतालों कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल और संयुक्त जिला चिकित्सालय चकिया में 36 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं. एक मरीज को रेमडेसिवीर का 5-6 वायल लग सकता है. इन दोनों एल-2 अस्पतालों पर मात्र 20-20 वायल रेमडेसिवीर उपलब्ध हैं, जो कि कोविड काल में स्वास्थ्य सुविधाओं को मुंह चिढ़ाते दिख रहे हैं.
गठित टीम के अनुमोदन पर मिलेगा इंजेक्शन
जिले में कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की आवश्यकता बढ़ गई. शासन के निर्देश पर इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है, जिसका नोडल इंचार्ज एसीएमओ डॉ. डीके सिंह को बनाया गया है. रेमडेसिवीर एमडी मेडिसिन के प्रिस्क्रिप्शन पर ही उपलब्ध कराया जा रहा है.
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शासन को भेजी गई है डिमांड
इस बाबत सीएमओ विजयपति द्विवेदी ने बताया कि जिले में कोविड-19 अस्पताल के दो केंद्रों पर 40 वायल रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध हैं. इंजेक्शन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए शासन को अवगत कराया गया है. जल्द ही इंजेक्शन मिलने की उम्मीद है.