चंदौली: बलुआ इलाके में ईंट-भट्ठा मुंशी की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. हत्यारा उसी भट्ठे पर काम करने वाला मजदूरों का ठेकेदार राजेंद्र वनवासी ही है. उसने पैसे के लेन-देन में अपने साले के साथ मिलकर मुंशी सरजू यादव हत्या कर दी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही इनके पास से मुंशी की टॉर्च और हत्या के दौरान खून से सने कपड़े बरामद किए हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
बलुआ थाना क्षेत्र केरसूलपुर में 21 जुलाई की सुबह ईंट-भट्ठे पर मुंशी सरजू यादव का रक्तरंजित शव मिला था. इससे इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच-पड़ताल की, लेकिन पुलिस को एक सप्ताह तक कोई सुराग नहीं मिला. इस दौरान सीओ सकलडीहा भवनेश चिकारा के नेतृत्व में स्वाट टीम और बलुआ पुलिस ने जांच शुरू की. जांच के दौरान मुंशी और मेठ में पैसे की भरपाई को लेकर मनमुटाव की बात सामने आई. इसके बाद बलुआ पुलिस और स्वाट टीम ने आरोपी मेठ को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल किया. उसने बताया कि पैसे की देनदारी को लेकर हत्या की.
पुलिस को माने तो गिरफ्तार आरोपी करीमन वनवासी उसी नरेंद्र सिंह के भट्टे पर अपने पिता और रिश्तेदार के साथ ही ईंट पथाई का काम करता था. इसके अलावा अन्य मजदूरों का ठेकेदार भी था. प्रतिदिन प्रत्येक मजदूर एक हजार ईंट की पथाई का काम करते हैं. इसके बदले करीमन को 50 रुपये कमीशन दिया जाता था, लेकिन मुंशी करके केवल पांच रुपये ही कमीशन देता था. हत्या की घटना से पूर्व हिसाब के दौरान वह करीमन पर 23 हजार और उसके पिता पर 5 हजार की देनदारी बताने लगा था और चुकता करने के लिए दबाव भी बना रहा था.
इस मामले के बाद ईंट-भट्ठा मालिक, मैनेजर और मुंशी के बीच आपस में कुछ करार भी हुआ था और पैसा चुकान के लिए कहा गया. उसी से नाराज हत्या आरोपियों ने हत्या करने का प्लान बनाया. दोनों ने मिलकर घटना की रात में पहले शराब पी और फिर ईंट के भट्टे पर आकर ईंट से सिर कूचकर मुंशी की हत्या कर दी. पकड़े गए दोनों आरोपी रिश्ते में जीजा और साले हैं. पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयोग की गई साइकिल भी बरामद की है.
हत्या के पीछे ईंट भट्ठा मालिक नरेंद्र सिंह की स्वामिभक्ति भी है. इस चक्कर में मुंशी लोगों से भिड़ जाता था. जांच के दौरान पता चला कि एक अन्य गांव के दबंग आदमी से भी भिड़ गया था. खराब ईंट बदलने को लेकर दोनों में कहासुनी भी हुई थी.
चंदौली: ईंट-भट्टा मुंशी की हत्या का खुलासा, पैसे के लेन-देन में दिया घटना को अंजाम
उत्तर प्रदेश के चंदौली में ईंट-भट्ठा मुंशी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. यह हत्या पैसों के विवाद में की हई थी.
चंदौली: बलुआ इलाके में ईंट-भट्ठा मुंशी की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. हत्यारा उसी भट्ठे पर काम करने वाला मजदूरों का ठेकेदार राजेंद्र वनवासी ही है. उसने पैसे के लेन-देन में अपने साले के साथ मिलकर मुंशी सरजू यादव हत्या कर दी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही इनके पास से मुंशी की टॉर्च और हत्या के दौरान खून से सने कपड़े बरामद किए हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
बलुआ थाना क्षेत्र केरसूलपुर में 21 जुलाई की सुबह ईंट-भट्ठे पर मुंशी सरजू यादव का रक्तरंजित शव मिला था. इससे इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच-पड़ताल की, लेकिन पुलिस को एक सप्ताह तक कोई सुराग नहीं मिला. इस दौरान सीओ सकलडीहा भवनेश चिकारा के नेतृत्व में स्वाट टीम और बलुआ पुलिस ने जांच शुरू की. जांच के दौरान मुंशी और मेठ में पैसे की भरपाई को लेकर मनमुटाव की बात सामने आई. इसके बाद बलुआ पुलिस और स्वाट टीम ने आरोपी मेठ को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल किया. उसने बताया कि पैसे की देनदारी को लेकर हत्या की.
पुलिस को माने तो गिरफ्तार आरोपी करीमन वनवासी उसी नरेंद्र सिंह के भट्टे पर अपने पिता और रिश्तेदार के साथ ही ईंट पथाई का काम करता था. इसके अलावा अन्य मजदूरों का ठेकेदार भी था. प्रतिदिन प्रत्येक मजदूर एक हजार ईंट की पथाई का काम करते हैं. इसके बदले करीमन को 50 रुपये कमीशन दिया जाता था, लेकिन मुंशी करके केवल पांच रुपये ही कमीशन देता था. हत्या की घटना से पूर्व हिसाब के दौरान वह करीमन पर 23 हजार और उसके पिता पर 5 हजार की देनदारी बताने लगा था और चुकता करने के लिए दबाव भी बना रहा था.
इस मामले के बाद ईंट-भट्ठा मालिक, मैनेजर और मुंशी के बीच आपस में कुछ करार भी हुआ था और पैसा चुकान के लिए कहा गया. उसी से नाराज हत्या आरोपियों ने हत्या करने का प्लान बनाया. दोनों ने मिलकर घटना की रात में पहले शराब पी और फिर ईंट के भट्टे पर आकर ईंट से सिर कूचकर मुंशी की हत्या कर दी. पकड़े गए दोनों आरोपी रिश्ते में जीजा और साले हैं. पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयोग की गई साइकिल भी बरामद की है.
हत्या के पीछे ईंट भट्ठा मालिक नरेंद्र सिंह की स्वामिभक्ति भी है. इस चक्कर में मुंशी लोगों से भिड़ जाता था. जांच के दौरान पता चला कि एक अन्य गांव के दबंग आदमी से भी भिड़ गया था. खराब ईंट बदलने को लेकर दोनों में कहासुनी भी हुई थी.