चंदौली: जिले में चक्रवाती तूफान तौकते के कारण अरब सागर में डूबे जहाज वारप्रदा टग बोट में सवार लापता मर्चेंट नेवी के चीफ आफिसर यतेंद्र विक्रम सिंह के बारे में पांचवे दिन भी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली हैं. मौसम विभाग के मुताबिक दोबारा तूफान आने की संभावित चेतावनी के बाद बचाव में लगे आईएनएस कोच्चि एवं आईएनएस कोलकाता पोत भी किनारे लौट आए हैं. सेना के जवान यतींद्र सहित अन्य लापता जवानों की खोजबीन कर रहे हैं. ऐसे हालत में अब परिजनों की उम्मीदें भी टूटती जा रही हैं.
यह भी पढ़ें: CMO ने जारी की गाइडलाइन, अधिक वसूली पर होगी कार्रवाई
तीन भाइयों में सबसे छोटे है यतीन्द्र
प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक रहे स्व. सुरेंद्र प्रताप सिंह के तीन पुत्रों में सबसे छोटे बेटे यतींद्र वर्ष 2005 से मर्चेंट नेवी में कार्यरत हैं. अरब सागर में तकरीबन 70 किमी भीतर एनजीटी का आयल फील्ड है. जहां यतींद्र की ड्यूटी थी. परिवार सहित गांव के लोग यतींद्र के आने की राह देख रहे हैं. हजारों आंखें उनका इंतजार कर रही हैं, लेकिन उनका अभी भी कोई सुराग नहीं मिला है.
बेटियां को है इंतजार
यतींद्र और उनके 13 साथी लाइफ जैकेट पहनकर समुद्र में कूद गए. दो लोगों को जवानों ने हेलीकॉप्टर की मदद से बचा लिया, लेकिन अन्य अब भी लापता हैं. जिसमें यतींद्र भी शामिल हैं. उनके लापता होने के बाद से ही घर में मातम पसरा हुआ है. यतींद्र की दो बेटियां छह वर्षीय रूही और दो साल की सान्वी भी अपने पापा का इंतजार कर रही हैं.
रविवार की रात हुई थी बात
यतीन्द्र विक्रम सिंह की पत्नी रजनी सिंह ने बताया कि रविवार की शाम 7 बजे और रात पौने 12 बजे उनकी यतीन्द्र से बात हुई थी. उस समय उन्होंने बताया था कि चक्रवात तेज है. तुम सो जाओ...चिंता मत करो...मैं नेटवर्क में रहूंगा...फिर सुबह बात होगी...लेकिन सोमवार की सुबह 7 बजे से ही उनका मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया. इसके थोड़ी ही देर बाद कंपनी की तरफ से फोन आया. जिसमें बताया गया कि यतींद्र अरब सागर में लापता हो गए हैं. जिनकी खोजबीन की जा रही है.