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लखनऊ विश्वविद्यालय में अब सेकंड इयर में ही पास कर सकेंगे थर्ड इयर के पेपर - UGC MASSIVE OPEN ONLINE COURSE

लखनऊ विश्वविद्यालय में MOOC कोर्स की विवि के सिलेबस के साथ शुरू हुई मैपिंग, ऑनलाइन पेपर पढ़कर दी परीक्षा तो नहीं देना होगा ऑफलाइन एग्जाम.

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लखनऊ विश्वविद्यालय में मूक कोर्स की शुरुआत (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 14, 2025, 8:42 PM IST

लखनऊ: विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को एक बेहतर मौका मिलने जा रहा है. लखनऊ विश्वविद्यालय में अगले सेमेस्टर की परीक्षा होने से पहले ही छात्र अब परीक्षा दे सकेंगे. लखनऊ विश्वविद्यालय ने अब अपने यहां पर मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (MOOC) को लागू किया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की वेबसाइट पर मौजूद स्वयं पोर्टल पर देश के सभी विश्वविद्यालयों की ओर से बनाए गए गए ऑनलाइन मूक (MOOC) कोर्स का अब लखनऊ विश्वविद्यालय अपने सिलेबस के हिसाब से मैपिंग की प्रक्रिया को पूरी कर चुका है.

इस मैपिंग के बाद अब विश्वविद्यालय के सिलेबस से जो कोर्स मैच होंगे उन्हें छात्र कर सकेंगे. इससे छात्रों को ऑनलाइन के साथ क्लास में पढ़ने का भी विकल्प मिल सकेगा. छात्र अब ऑनलाइन कोर्स एडवांस भी पढ़ सकेंगे. इसका फायदा यह होगा कि छात्रों ने यदि फाइनल इयर का पेपर पहले पास कर लिया, तो फाइनल इयर में उसे नहीं पढ़ना होगा.

लखनऊ विश्वविद्यालय मूक कोर्सेज की कॉर्डिनेटर प्रो किरण डंगवाल ने दी जानकारी (Video Credit; ETV Bharat)

विदेशो में इस तरह के कोर्स पहले से ही चल रहे हैं: विदेशों की कई विश्वविद्यालयो में पहले से इस मॉडल पर कोर्स का संचालन किया जा रहा है. भारत सरकार के पहल पर यूजीसी ने इसे अब देश में भी लागू कर दिया है. यूजीसी की ओर से ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री निर्धारित समय से पहले भी पास करने का ड्राफ्ट तैयार किया है. ऐसे में यह मूक कोर्स छात्रों के लिए फायदेमंद होने वाले हैं. इसके तहत लखनऊ विश्वविद्यालय हर कोर्स के कुछ पेपर ऑनलाइन पढ़ने का विकल्प देने जा रहा है. यह छात्र के ऊपर निर्भर करेगा कि वह ऑनलाइन का विकल्प चुनता है या ऑफलाइन का.

इसे भी पढ़ें - भारत और ताजिकिस्तान का सांस्कृतिक शब्दकोष तैयार करेगा लखनऊ विश्वविद्यालय, एमओयू पर हुए साइन - MOU BETWEEN TAJIK INSTITUTIONS

अगर छात्र ने विश्वविद्यालय की ओर से सुझाए गए किसी पेपर को मूक के माध्यम से पढ़कर परीक्षा पास कर ली, तो उसके क्रेडिट छात्र के एकेडमिक बैंक क्रेडिट अकाउंट में जुड़ जाएंगे. इसके बाद जब उस पेपर की परीक्षा होगी तो छात्र को विश्वविद्यालय में उसकी परीक्षा नहीं देनी होगी. उसके अकाउंट से वो क्रेडिट विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र की मार्कशीट में जोड़ देगा.

फाइनल इयर के छात्रों को है सबसे ज्यादा फायदा: MOOC कोर्स की सुविधा से फाइनल इयर के छात्रों को काफी ज्यादा फायदा होगा. फाइनल इयर में कई छात्र प्रतियोगी परीक्षा या अगली कक्षा की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी भी करते हैं. ऐसे में फाइनल इयर में पढ़ाई का बोझ कम करने के लिए छात्र पहले ही छुट्टियों में फाइनल इयर के ऑनलाइन पेपर को पास कर सकेंगे. इससे फाइनल इयर में छात्रों के पेपर कम हो जाएंगे. इसके अलावा इस सुविधा से छात्रों को रीटेक का भी विकल्प मिल जाएगा. जैसे, अगर छात्र एडवांस में उस पेपर को ऑनलाइन पास नहीं कर पाए तो उनका कोई नुकसान नहीं होगा. इससे उनके रिजल्ट पर कोई असर नहीं पड़ेगा.


पहले ये पेपर होंगे ऑनलाइन : लखनऊ विश्वविद्यालय की मूक कोर्सेज की कॉर्डिनेटर प्रो किरण डंगवाल ने बताया कि मूक कोर्स को लागू करने से पहले हम इंटर डिपार्टमेंट, इंट्रा डिपार्टमेंट और वैल्यू ऐडेड कोर्स के पेपर को ऑनलाइन पढ़ने का विकल्प दे रहे हैं. इन सभी कोर्स में इनका पेपर छात्रों को पास करना होता है. इसके बाद हम सिलेबस के अन्य पेपर का सिलेबस भी देखेंगे. इसके अलावा जिन कोर्स में मूक के ऑनलाइन मौजूद कोर्स का सिलेबस मैच नहीं होगा. उनका मूक कोर्स भी हम तैयार कर रहे हैं. इससे एलयू की ओर से तैयार किये गए कोर्स को भी छात्र पढ़ सकेंगे.



यूजीसी नैक में बेस्ट ग्रेडिंग वाले कॉलेजों को देता है मौका : यूजीसी के नियम के अनुसार जो भी विश्वविद्यालय नैक में बेस्ट ग्रेडिंग पाता है. यूजीसी की तरफ से ऐसे सभी विश्वविद्यालयों को मूक कोर्स शुरू करने करने की अनुमति देता है.

यह भी पढ़ें - लखनऊ विश्वविद्यालय को छोड़कर राजधानी के सभी यूनिवर्सिटी एग्जाम मोड में , LU में अभी तक एग्जाम फॉर्म नहीं हुए जारी - LU EXAM FORMS NOT RELEASED YET

लखनऊ: विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को एक बेहतर मौका मिलने जा रहा है. लखनऊ विश्वविद्यालय में अगले सेमेस्टर की परीक्षा होने से पहले ही छात्र अब परीक्षा दे सकेंगे. लखनऊ विश्वविद्यालय ने अब अपने यहां पर मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (MOOC) को लागू किया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की वेबसाइट पर मौजूद स्वयं पोर्टल पर देश के सभी विश्वविद्यालयों की ओर से बनाए गए गए ऑनलाइन मूक (MOOC) कोर्स का अब लखनऊ विश्वविद्यालय अपने सिलेबस के हिसाब से मैपिंग की प्रक्रिया को पूरी कर चुका है.

इस मैपिंग के बाद अब विश्वविद्यालय के सिलेबस से जो कोर्स मैच होंगे उन्हें छात्र कर सकेंगे. इससे छात्रों को ऑनलाइन के साथ क्लास में पढ़ने का भी विकल्प मिल सकेगा. छात्र अब ऑनलाइन कोर्स एडवांस भी पढ़ सकेंगे. इसका फायदा यह होगा कि छात्रों ने यदि फाइनल इयर का पेपर पहले पास कर लिया, तो फाइनल इयर में उसे नहीं पढ़ना होगा.

लखनऊ विश्वविद्यालय मूक कोर्सेज की कॉर्डिनेटर प्रो किरण डंगवाल ने दी जानकारी (Video Credit; ETV Bharat)

विदेशो में इस तरह के कोर्स पहले से ही चल रहे हैं: विदेशों की कई विश्वविद्यालयो में पहले से इस मॉडल पर कोर्स का संचालन किया जा रहा है. भारत सरकार के पहल पर यूजीसी ने इसे अब देश में भी लागू कर दिया है. यूजीसी की ओर से ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री निर्धारित समय से पहले भी पास करने का ड्राफ्ट तैयार किया है. ऐसे में यह मूक कोर्स छात्रों के लिए फायदेमंद होने वाले हैं. इसके तहत लखनऊ विश्वविद्यालय हर कोर्स के कुछ पेपर ऑनलाइन पढ़ने का विकल्प देने जा रहा है. यह छात्र के ऊपर निर्भर करेगा कि वह ऑनलाइन का विकल्प चुनता है या ऑफलाइन का.

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अगर छात्र ने विश्वविद्यालय की ओर से सुझाए गए किसी पेपर को मूक के माध्यम से पढ़कर परीक्षा पास कर ली, तो उसके क्रेडिट छात्र के एकेडमिक बैंक क्रेडिट अकाउंट में जुड़ जाएंगे. इसके बाद जब उस पेपर की परीक्षा होगी तो छात्र को विश्वविद्यालय में उसकी परीक्षा नहीं देनी होगी. उसके अकाउंट से वो क्रेडिट विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र की मार्कशीट में जोड़ देगा.

फाइनल इयर के छात्रों को है सबसे ज्यादा फायदा: MOOC कोर्स की सुविधा से फाइनल इयर के छात्रों को काफी ज्यादा फायदा होगा. फाइनल इयर में कई छात्र प्रतियोगी परीक्षा या अगली कक्षा की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी भी करते हैं. ऐसे में फाइनल इयर में पढ़ाई का बोझ कम करने के लिए छात्र पहले ही छुट्टियों में फाइनल इयर के ऑनलाइन पेपर को पास कर सकेंगे. इससे फाइनल इयर में छात्रों के पेपर कम हो जाएंगे. इसके अलावा इस सुविधा से छात्रों को रीटेक का भी विकल्प मिल जाएगा. जैसे, अगर छात्र एडवांस में उस पेपर को ऑनलाइन पास नहीं कर पाए तो उनका कोई नुकसान नहीं होगा. इससे उनके रिजल्ट पर कोई असर नहीं पड़ेगा.


पहले ये पेपर होंगे ऑनलाइन : लखनऊ विश्वविद्यालय की मूक कोर्सेज की कॉर्डिनेटर प्रो किरण डंगवाल ने बताया कि मूक कोर्स को लागू करने से पहले हम इंटर डिपार्टमेंट, इंट्रा डिपार्टमेंट और वैल्यू ऐडेड कोर्स के पेपर को ऑनलाइन पढ़ने का विकल्प दे रहे हैं. इन सभी कोर्स में इनका पेपर छात्रों को पास करना होता है. इसके बाद हम सिलेबस के अन्य पेपर का सिलेबस भी देखेंगे. इसके अलावा जिन कोर्स में मूक के ऑनलाइन मौजूद कोर्स का सिलेबस मैच नहीं होगा. उनका मूक कोर्स भी हम तैयार कर रहे हैं. इससे एलयू की ओर से तैयार किये गए कोर्स को भी छात्र पढ़ सकेंगे.



यूजीसी नैक में बेस्ट ग्रेडिंग वाले कॉलेजों को देता है मौका : यूजीसी के नियम के अनुसार जो भी विश्वविद्यालय नैक में बेस्ट ग्रेडिंग पाता है. यूजीसी की तरफ से ऐसे सभी विश्वविद्यालयों को मूक कोर्स शुरू करने करने की अनुमति देता है.

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