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राम मंदिर का मुख्य पुजारी दलित हो-महंत परमहंस दास

यूपी के चन्दौली में महंत परमहंस दास ने देश में राम राज्य की स्थापना के लिए हवन पूजन और यज्ञ किया. इस मौके पर उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि राम मंदिर का मुख्य पुजारी दलित समाज का हो.

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ईटीवी भारत से की बातचीत.
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Published : Feb 7, 2020, 8:09 PM IST

चन्दौली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने के बाद संघ प्रमुख को इस ट्रस्ट का संरक्षक बनाए जाने की मांग होने लगी है. इस मांग को लेकर जनपद में अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने तीन दिन पहले बुधवार को अनशन भी शुरू कर दिया था. तीसरे दिन उन्होंने अपना अनशन समाप्त किया. इस दौरान महंत परमहंस दास से राममंदिर ट्रस्ट को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने बातचीत की.

ईटीवी भारत से की बातचीत.


ईटीवी भारत से की बातचीत
ईटीवी भारत से बातचीत में महंत परमहंस दास ने सरकार की तरफ बनाये गए ट्रस्ट के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने ट्रस्ट में दलित समाज से एक सदस्य की अनिवार्यता के फैसले की खासतौर पर सराहना की. इस दौरान महंत परमहंस दास ने सरकार को राम मंदिर के मुख्य पुजारी के रूप में दलित समाज से किसी व्यक्ति को पुजारी बनाये जाने की भी नसीहत दी. उन्होंने कहा जिस तरह श्रीराम ने माता सबरी के जूठे बेर खाकर ऊंच-नीच का भेद समाप्त किया था. उसी प्रकार सरकार राममंदिर का मुख्य पुजारी किसी दलित को बना कर भेदभाव मिटाए.

विरोध जताने वालों साधु संतों को परमहंस दास ने दी नसीहत
श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट की घोषणा के बाद विरोध जताने वालों साधु संतों को परमहंस दास ने नसीहत दी. उन्होंने कहा यदि स्पर्धा करना है तो इस तरह करें कि कोई महंत मंदिर निर्माण के लिए सौ करोड़ दे रहा है तो वे 1,000 करोड़ दें. तभी भव्य मंदिर का निर्माण होगा, लेकिन अपनी पद प्रतिष्ठा के लिए कोई विरोध करता है. तो यह सही नहीं है. संतों का यही सम्मान है कि वहां राम मंदिर बन रहा है.

महंत नृत्य गोपाल दास पर कसा तंज
गृह मंत्री अमित शाह ने महंत नृत्य गोपाल दास से हुई फोन पर वार्ता के सवाल पर वह हमलावर अंदाज में दिखे. महंत परमहंसदास ने कहा कि अब उन्हें समझने की जरूरत है. आज तक वही राम मंदिर निर्माण में रोड़ा बने रहे. उन्हें खुद सोचना चाहिए कि उनकी उम्र काफी ज्यादा हो गई है. वह चल फिर नहीं सकते, लेकिन इस ट्रस्ट में शामिल किए जाने को लेकर जो बवाल उन्होंने काटा है यह ठीक नहीं है.

नृत्य गोपाल दास को अपने पद के लिए नहीं लड़ना चाहिए. उनके पास हजारों करोड़ की संपत्ति है, जो राममंदिर निर्माण के लिए दे देना चाहिए. महंत परमहंस दास ने यह भी कहा कि सरकार दबाव में आकर उन्हें शामिल करती है तो यह सरकार के लिए भी ठीक नहीं है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिया भाजपा को जीत का आशीर्वाद

चंदौली में बुधवार से अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास ने तीसरे दिन अनशन की समाप्ति घोषणा की. उससे पहले उन्होंने देश में राम राज्य की स्थापना के लिए हवन पूजन और यज्ञ भी किया. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत का आशीर्वाद भी दिया.

चन्दौली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने के बाद संघ प्रमुख को इस ट्रस्ट का संरक्षक बनाए जाने की मांग होने लगी है. इस मांग को लेकर जनपद में अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने तीन दिन पहले बुधवार को अनशन भी शुरू कर दिया था. तीसरे दिन उन्होंने अपना अनशन समाप्त किया. इस दौरान महंत परमहंस दास से राममंदिर ट्रस्ट को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने बातचीत की.

ईटीवी भारत से की बातचीत.


ईटीवी भारत से की बातचीत
ईटीवी भारत से बातचीत में महंत परमहंस दास ने सरकार की तरफ बनाये गए ट्रस्ट के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने ट्रस्ट में दलित समाज से एक सदस्य की अनिवार्यता के फैसले की खासतौर पर सराहना की. इस दौरान महंत परमहंस दास ने सरकार को राम मंदिर के मुख्य पुजारी के रूप में दलित समाज से किसी व्यक्ति को पुजारी बनाये जाने की भी नसीहत दी. उन्होंने कहा जिस तरह श्रीराम ने माता सबरी के जूठे बेर खाकर ऊंच-नीच का भेद समाप्त किया था. उसी प्रकार सरकार राममंदिर का मुख्य पुजारी किसी दलित को बना कर भेदभाव मिटाए.

विरोध जताने वालों साधु संतों को परमहंस दास ने दी नसीहत
श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट की घोषणा के बाद विरोध जताने वालों साधु संतों को परमहंस दास ने नसीहत दी. उन्होंने कहा यदि स्पर्धा करना है तो इस तरह करें कि कोई महंत मंदिर निर्माण के लिए सौ करोड़ दे रहा है तो वे 1,000 करोड़ दें. तभी भव्य मंदिर का निर्माण होगा, लेकिन अपनी पद प्रतिष्ठा के लिए कोई विरोध करता है. तो यह सही नहीं है. संतों का यही सम्मान है कि वहां राम मंदिर बन रहा है.

महंत नृत्य गोपाल दास पर कसा तंज
गृह मंत्री अमित शाह ने महंत नृत्य गोपाल दास से हुई फोन पर वार्ता के सवाल पर वह हमलावर अंदाज में दिखे. महंत परमहंसदास ने कहा कि अब उन्हें समझने की जरूरत है. आज तक वही राम मंदिर निर्माण में रोड़ा बने रहे. उन्हें खुद सोचना चाहिए कि उनकी उम्र काफी ज्यादा हो गई है. वह चल फिर नहीं सकते, लेकिन इस ट्रस्ट में शामिल किए जाने को लेकर जो बवाल उन्होंने काटा है यह ठीक नहीं है.

नृत्य गोपाल दास को अपने पद के लिए नहीं लड़ना चाहिए. उनके पास हजारों करोड़ की संपत्ति है, जो राममंदिर निर्माण के लिए दे देना चाहिए. महंत परमहंस दास ने यह भी कहा कि सरकार दबाव में आकर उन्हें शामिल करती है तो यह सरकार के लिए भी ठीक नहीं है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिया भाजपा को जीत का आशीर्वाद

चंदौली में बुधवार से अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास ने तीसरे दिन अनशन की समाप्ति घोषणा की. उससे पहले उन्होंने देश में राम राज्य की स्थापना के लिए हवन पूजन और यज्ञ भी किया. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत का आशीर्वाद भी दिया.

Intro:चन्दौली - अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने के बाद संघ प्रमुख को ट्रस्ट का संरक्षक बनाए जाने की मांग को लेकर चंदौली में अनशन पर बैठे अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास बुधवार को तीसरे दिन अपना अनशन समाप्त कर दिया. इस दौरान महंत परमहंस दास से राममंदिर ट्रस्ट को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता कमलेश गिरी ने की खास बातचीत.




Body:ईटीवी से बातचीत में महंत परमहंस ने सरकार की तरफ बनाये गए ट्रस्ट के फैसले का स्वागत किया. खासतौर पर ट्रस्ट में दलित समाज से एक सदस्य की अनिवार्यता की. सरकार के इस फैसले का स्वागत करने के साथ ही महंत परमहंस दास ने राम मंदिर के मुख्य पुजारी के रूप में एक दलित समाज से किसी व्यक्ति को पुजारी बनाये नसीहत दी. उन्होंने कहा जिस तरह श्रीराम ने माता सबरी के जूठे बेर खाकर ऊंचनीच का भेद समाप्त किया था. उसी प्रकार सरकार राममंदिर का मुख्य पुजारी किसी दलित को बनाकर भेदभाव मिटा देना चाहिए.


चंदौली में बुधवार से अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास ने अपने सत्याग्रह के तीसरे दिन अनशन की समाप्ति घोषणा की. उससे पहले राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ देश में राम राज्य की स्थापना के लिए हवन पूजन और यज्ञ भी किया. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के जीत का आशीर्वाद भी दिया.

श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट की घोषणा के बाद विरोध जताने वालों साधु संतों को परमहंस दास ने नसीहत दी. उन्होंने कहा यदि उन्हें स्पर्धा करना है तो इस तरह करें कि कोई महंत सौ करोड़ दे रहा है तो हम 1000 करोड़ देंगे क्योकि हम शंकराचार्य है. तब भव्य मंदिर का निर्माण होगा. लेकिन अपनी पद प्रतिष्ठा के लिए कोई विरोध करता है. तो यह सही नहीं है. यह राम भक्तों का लक्षण नहीं है. संतों का यही सम्मान है कि वहां राम मंदिर बन रहा है.

गृह मंत्री अमित शाह ने महंत नृत्य गोपाल दास से हुई फोन पर वार्ता के सवाल पर हमलावर अंदाज में कहा कि अब उन्हें समझने की जरूरत है. आज तक वही राम मंदिर निर्माण में रोड़ा बने रहे. उन्हें खुद सोचना चाहिए कि उनकी उम्र काफी ज्यादा हो गई है. वह चल फिर नहीं सकते. लेकिन इस ट्रस्ट में शामिल किए जाने को लेकर जो बवाल उन्होंने काटा है.यह ठीक नहीं है.

जिसके बाद अब सरकार उन्हें शामिल करने पर विचार कर रही है. लेकिन नृत्य गोपाल दास को अपने पद के लिए नहीं लड़ना चाहिए. उनके पास हजारो करोड़ की संपत्ति है.. जो राममंदिर निर्माण के लिए दे देना चाहिए. आज उनपर पूरा देश थूक रहा है. यदि सरकार बैकफुट पर आकर उन्हें शामिल करती है. तो यह सरकार के लिए भी ठीक नहीं है.

खास बातचीत परमहंस दास से




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