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यूपी में बसपा नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा

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Published : Jun 9, 2021, 8:54 PM IST

यूपी के चंदौली में बुधवार को बसपा के कई नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दिया. ये सभी नेता बसपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे रामअचल राजभर के निष्कासन से आहत हैं.

बसपा नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा.
बसपा नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा.

चंदौली: पूर्व कैबिनेट मंत्री और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे रामअचल राजभर के निष्कासन के बाद पार्टी में अंतर्कलह शुरू हो गई है. निष्कासन से आहत राजभर समाज के बसपा नेताओं ने बुधवार को सामूहिक इस्तीफा देकर बसपा हाईकमान को कड़ा संदेश देने का काम किया है. साथ ही उन्हें बसपा और राजभर समाज का अनुशासित नेता बताया.

बसपा सुप्रीमो के फैसले से राजभर समाज आहत

डॉ. रमाशंकर राजभर ने रामअचल राजभर पर लगाए गए अनुशासनहीनता के आरोप को सिरे से खारिज किया. कहा कि जो राजनेता बसपा सुप्रीमो के सम्मान में फर्जी प्रकरण में जेल चले गए. ऐसे व्यक्ति को अनुशासनहीन बताकर पार्टी से निष्कासित किया जाना राजभर समाज के साथ छलावा है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बसपा के इसी निर्णय को चुनौती देने के लिए हम सभी राजभर समाज के नेताओं ने बसपा से किनारा करने का निर्णय लिया है. आगे यह सिलसिला रोजाना अन्य जनपदों में शुरू होगा.

मायावती ने उठाया आत्मघाती कदम

उन्होंने कहा कि रामअचल राजभर को मनगढ़ंत व फर्जी आरोप लगाकर बसपा से निष्कासित किया गया है, जो हम सभी के लिए कष्टकारी है और राजभर समाज का अपमान है. ऐसी स्थिति में राजभर समाज का बसपा में बने रहना मान-सम्मान के खिलाफ है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजभर समाज के नेताओं के त्याग, समर्पण व निष्ठा को अपनाने की बजाय उसे अपमानित करने का काम किया है. उनका यह कदम आत्मघाती है. साथ ही इनके कुंठित होने का परिचायक भी है.

राजभर समाज बसपा से नहीं जुड़ेगा

यहीं नहीं उन्होंने दावा किया कि अब राजभर समाज बसपा से नहीं जुड़ेगा. जल्द ही समाज के लोगों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी.

पढ़ें- जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर समर्थकों में खुशी लहर

चंदौली: पूर्व कैबिनेट मंत्री और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे रामअचल राजभर के निष्कासन के बाद पार्टी में अंतर्कलह शुरू हो गई है. निष्कासन से आहत राजभर समाज के बसपा नेताओं ने बुधवार को सामूहिक इस्तीफा देकर बसपा हाईकमान को कड़ा संदेश देने का काम किया है. साथ ही उन्हें बसपा और राजभर समाज का अनुशासित नेता बताया.

बसपा सुप्रीमो के फैसले से राजभर समाज आहत

डॉ. रमाशंकर राजभर ने रामअचल राजभर पर लगाए गए अनुशासनहीनता के आरोप को सिरे से खारिज किया. कहा कि जो राजनेता बसपा सुप्रीमो के सम्मान में फर्जी प्रकरण में जेल चले गए. ऐसे व्यक्ति को अनुशासनहीन बताकर पार्टी से निष्कासित किया जाना राजभर समाज के साथ छलावा है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बसपा के इसी निर्णय को चुनौती देने के लिए हम सभी राजभर समाज के नेताओं ने बसपा से किनारा करने का निर्णय लिया है. आगे यह सिलसिला रोजाना अन्य जनपदों में शुरू होगा.

मायावती ने उठाया आत्मघाती कदम

उन्होंने कहा कि रामअचल राजभर को मनगढ़ंत व फर्जी आरोप लगाकर बसपा से निष्कासित किया गया है, जो हम सभी के लिए कष्टकारी है और राजभर समाज का अपमान है. ऐसी स्थिति में राजभर समाज का बसपा में बने रहना मान-सम्मान के खिलाफ है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजभर समाज के नेताओं के त्याग, समर्पण व निष्ठा को अपनाने की बजाय उसे अपमानित करने का काम किया है. उनका यह कदम आत्मघाती है. साथ ही इनके कुंठित होने का परिचायक भी है.

राजभर समाज बसपा से नहीं जुड़ेगा

यहीं नहीं उन्होंने दावा किया कि अब राजभर समाज बसपा से नहीं जुड़ेगा. जल्द ही समाज के लोगों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी.

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