चन्दौली: जिले के धानापुर निवासी जवान कुलदीप कश्मीर के राजौरी में तैनात थे, जहां रविवार को अचानक उनकी मौत हो गई. इस दुखद खबर की जानकारी होते ही एक तरफ जहां पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया तो वहीं दूसरी ओर इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. जवान कुलदीप के शहीद होने की खबर मिलते ही उनके घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लग गया. इसी क्रम में सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह काका भी पहुंचे और पीड़ित परिवार का ढांढस बंधाया. वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी परिजनों से फोन पर बात की. बातचीत के दौरान पूर्व सीएम ने शहीद के परिजनों को हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया.
खास बातें-
- सेना के जवान कुलदीप कुशवाहा हुए शहीद.
- कुलदीप जम्मू-कश्मीर के राजौरी में जेसीओ के पद तैनात थे.
- हार्टअटैक से मौत होने की मिली जानकारी.
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो पाएगी मौत की असल वजह.
दरअसल, कुलदीप कुशवाहा (45 वर्ष) धानापुर थाना क्षेत्र के मिश्रपूरा गांव के निवासी थे. कुलदीप स्व. लालता प्रसाद मौर्या के दूसरे नंबर के पुत्र थे. कुलदीप करीब 18 साल की उम्र में ही सेना में भर्ती हो गए थे. वे फिलहाल जूनियर कमीशन ऑफिसर (जेसीओ) के पद पर कश्मीर के राजौरी में तैनात थे.
जवान के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद गांव पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने सेना के सीओ से संपर्क किया. तो उन्होंने बताया कि बाथरूम से निकलते समय वह अचानक गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई. इस बात का भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि हार्टअटैक से उनकी मौत हुई है. हालांकि अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम किया जा रहा है, जिसके बाद ही मौत की असल वजह साफ हो पाएगी.
दूसरी तरफ बेटे की मौत की सूचना मिलने के बाद से मां दुलारी देवी और पत्नी ममता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. जानकारी के अनुसार शहीद जवान आठ महीने पहले ही छुट्टी पर घर आये हुए थे. जवान कुलदीप के दो पुत्र मिलन (16) और संगम मौर्य (11) हैं. पांच भाइयों के संयुक्त परिवार में कुलदीप दूसरे नंबर के बेटे थे. जानकारी के अनुसार कुलदीप का शव सोमवार को उनके पैतृक गांव पहुंचेगा, जिसके बाद धानापुर स्थित श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.