चंदौली : जिले में तैनात जल निगम के अधिशासी अभियंता अमन यादव को शासन स्तर से निलंबित कर दिया गया हैं. उनके निलंबन की कार्रवाई उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) के प्रबंध निदेशक डाॅ. बलकार सिंह ने किया है. आरोप है कि चंदौली में संचालित जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जल योजना में अधिशासी अभियंता के द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और लापरवाही बरती गई. इसके चलते मामला शासन तक पहुंचने के बाद उन्हें निलंबित किया गया. इस दौरान वे लखनऊ मुख्यालय में सम्बद्ध रहेंगे.
इसके अलावा जल जीवन मिशन के तहत कराए जा रहे कार्यों में पाइप लाइन को कम गहराई पर डालवाने का उनके द्वारा कार्य किया गया. जांच के दौरान शासन स्तर के अफसरों ने अधिशासी अभियंता के खिलाफ आरोप की जांच की. जिसमें कार्यों के पर्यवेक्षण में गंभीर शिथिलता व लापरवाही बरतने व आम जनता के समक्ष शासन एव प्रशासन की छवि धूमिल करने तथा उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली सम्बन्धित प्रतिकूल तथ्यों के प्रथम दृष्टया प्रकाश में आने पर दोषी पाया गया.
यूपी जल जीवन मिशन के प्रबंध निदेशक डाॅ. बलकार सिंह ने जांच आख्या के आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया. साथ ही अमन यादव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता यूपी जल निगम (ग्रामीण) को जांच अधिकारी नामित किया है. शासन के द्वारा निलंबित अधिशासी अभियंता अमन यादव को लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. जल निगम के अधिशासी अभियंता के निलंबन की भनक लगने के बाद उनके विभागीय कर्मचारियों और जल जीवन मिशन के कार्य में जुटे लोगों में खलबली मची हुई है.
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