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देर से रिपोर्ट मिलने से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण का खतरा

चंदौली जिले में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देरी से आने की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह यह है कि कोरोना टेस्ट होने के बाद लोग 4-5 दिन तक दूसरे लोगों से मिल-जुल रहे हैं. वे अपने आप को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ही आइसोलेट कर रहे हैं.

chandauli corona update
चंदौली में कोरोना वायरस.
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Published : Apr 21, 2021, 11:53 AM IST

चंदौली : जनपद में कोरोना का कहर बरकरार है. हर रोज 300 से भी ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण बढ़ने की एक वजह जिले में कोरोना की रिपोर्ट आने में विलंब होना बताया जा रहा है. क्योंकि कोविड टेस्ट होने के बाद लोग 4-5 दिन तक दूसरे लोगों से मिल-जुल रहे हैं और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ही वे अपने आप को आइसोलेट कर रहे हैं. यही कारण है कि परिवार में यदि कोई एक व्यक्ति संक्रमित हुआ तो कई लोगों तक संक्रमण पहुंच रहा है.

कोरोना रिपोर्ट का इंतजार लोगों पर भारी पड़ने लगा है. यदि सैंपल की दूसरे दिन रिपोर्ट मिल जाए तो संक्रमितों को आइसोलेट करने और दवा-इलाज की व्यवस्था तत्काल कराई जा सकती है, जिससे संक्रमण पर लगाम लगेगा.

बीएचयू लैब भेजा जाता है सैंपल

बता दें कि जिले से कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच के लिए बीएचयू स्थित लैब भेजा जाता है. यहां कई जिलों के सैंपल की जांच होती है. शायद यही कारण है कि रिपोर्ट आने में देरी होती है. लैब से ही सभी जिलों की नियमित रिपोर्ट जारी की जाती है, जिससे विलंब होता है.

ये भी पढे़ं: कुछ ऐसे बनकर तैयार होती है जीवन रक्षक 'ऑक्सीजन'

रोजाना मिल रहे 300 से अधिक संक्रमित मरीज
जिले में रोजाना 300 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. वहीं पिछले चार दिनों से तीन-चार लोगों की नियमित मौत हो रही है. इससे लोग सशंकित हो उठे हैं. वहीं अगर विशेषज्ञों की मानें तो यदि समय से जांच रिपोर्ट मिल जाए तो संक्रमण को काबू करने में काफी हद तक मदद मिलेगी.

चंदौली : जनपद में कोरोना का कहर बरकरार है. हर रोज 300 से भी ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण बढ़ने की एक वजह जिले में कोरोना की रिपोर्ट आने में विलंब होना बताया जा रहा है. क्योंकि कोविड टेस्ट होने के बाद लोग 4-5 दिन तक दूसरे लोगों से मिल-जुल रहे हैं और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ही वे अपने आप को आइसोलेट कर रहे हैं. यही कारण है कि परिवार में यदि कोई एक व्यक्ति संक्रमित हुआ तो कई लोगों तक संक्रमण पहुंच रहा है.

कोरोना रिपोर्ट का इंतजार लोगों पर भारी पड़ने लगा है. यदि सैंपल की दूसरे दिन रिपोर्ट मिल जाए तो संक्रमितों को आइसोलेट करने और दवा-इलाज की व्यवस्था तत्काल कराई जा सकती है, जिससे संक्रमण पर लगाम लगेगा.

बीएचयू लैब भेजा जाता है सैंपल

बता दें कि जिले से कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच के लिए बीएचयू स्थित लैब भेजा जाता है. यहां कई जिलों के सैंपल की जांच होती है. शायद यही कारण है कि रिपोर्ट आने में देरी होती है. लैब से ही सभी जिलों की नियमित रिपोर्ट जारी की जाती है, जिससे विलंब होता है.

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रोजाना मिल रहे 300 से अधिक संक्रमित मरीज
जिले में रोजाना 300 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. वहीं पिछले चार दिनों से तीन-चार लोगों की नियमित मौत हो रही है. इससे लोग सशंकित हो उठे हैं. वहीं अगर विशेषज्ञों की मानें तो यदि समय से जांच रिपोर्ट मिल जाए तो संक्रमण को काबू करने में काफी हद तक मदद मिलेगी.

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