चंदौली: मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने शुक्रवार को मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में जमकर तोड़फोड़ की. पत्थर मारकर दरवाजों के शीशे तोड़ दिए. वहीं, फार्मासिस्ट रजनीश की भी पिटाई कर दी. घटना के बाद परिजन फरार हो गए. इससे चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों में नाराजगी है. अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा ठप कर विरोध जताया है. वहीं पुलिस अधिकारी फोर्स कम होने का रोना रोते नजर आये.
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भर्ती के दौरान हो गई मौत
बता दें कि अलीनगर थाना क्षेत्र के लौंदा गांव निवासी वीरेंद्र की तबीयत शुक्रवार भोर में खराब को गई. उसे परिजन लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. चिकित्सकों ने जांच की तो ऑक्सीजन लेवल काफी कम मिला. इस पर एमसीएच विंग रेफर कर दिया. एमसीएच विंग में भर्ती करने के दौरान ही मरीज की मौत हो गई. इससे परिजन आक्रोशित हो गए और जिला अस्पताल पहुंचकर हंगामा करने लगे.
मौत से गुस्साए परिजनों ने की तोड़फोड़
इस दौरान आक्रोशित लोगों ने इमरजेंसी वार्ड में जमकर तोड़फोड़ की. पत्थर मारकर शीशे तोड़ दिए. फार्मासिस्ट रजनीश ने इसका विरोध किया तो उनकी भी जमकर पिटाई कर दी. चिकित्सकों की मानें तो उसी समय पुलिस को फोन किया गया था. हालांकि कोतवाल ने पुलिसकर्मियों की कमी की वजह से तत्काल फोर्स भेजने से इनकार कर दिया. ऐसे में उपद्रवी तांडव करते रहे.
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स्वास्थ्य कर्मियों ने छिपकर बचाई जान
हंगामे के दौरान चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने किसी तरह छिपकर खुद को सुरक्षित किया. उपद्रवी लगभग आधे घंटे तक तोड़फोड़ करने के बाद आराम से फरार हो गए. घटना को लेकर चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों में गहरी नाराजगी है. पुलिस की ओर से त्वरित कार्रवाई न किए जाने से नाराज स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पताल में चिकित्सा सेवा ठप कर विरोध जताया.
पुलिस के रवैये से डॉक्टरों में आक्रोश
आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात रहे जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डाक्टर संजय कुमार ने बताया कि परिजनों की ओर से काफी तोड़फोड़ और उपद्रव की गई. फार्मासिस्ट की भी पिटाई की गई. घटना से पुलिस को अवगत करा दिया गया है. लेकिन पुलिस का कोई रिस्पांस नहीं इसे लेकर चिकित्सकों में आक्रोश है.