चंदौली: इंस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट के रूप चयनित किये जाने के बावजूद जिले में स्वास्थ्य महकमे का बुरा हाल है. खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए जिले भर के तमाम अस्पतालों में तैनात डॉक्टर ही जिम्मेदार हैं. इनमें तैनात अधिकांश चिकित्सक समय से ड्यूटी नहीं जाते है, जाते भी हैं तो हाजिरी लगाकर निकल लेते है, लेकिन 21 डॉक्टर ऐसे है, जो सालों से गायब हैं. तमाम खोजबीन के बाद विभाग ने ऐसे लोगों की सेवा समाप्ति के बाबत शासन को पत्र लिखा है.
- सीएम योगी की आदेश का स्वास्थ्य विभाग पर दिखा असर.
- डॉक्टरों के लगातार अनुपस्थिति की शिकायत के बाद कार्रवाई की संस्तुति.
- 21 डॉक्टरों की सेवा समाप्ति की संस्तुति.
- तैनाती की जगह ड्यूटी के बजाय चल रहे थे लापता.
- कई डॉक्टर पीजी करने के नाम पर सालों से हैं लापता, कई निजी प्रैक्टिस में रहते हैं मशगूल.
- विभागीय जांच में शिकायत सही मिली.
- हर महीने जांच में 15 - 20 डॉक्टर मिलते हैं अनुपस्थित.
- सभी की भेजी जाती है शासन को रिपोर्ट.
- दूरदराज के अस्पतालों में तैनात डॉक्टर रहते हैं ज्यादा अनुपस्थित.
- नौगढ़, अमड़ा, बरहनी, कमालपुर, शहाबगंज, सकलडीहा चहनियां, धानापुर अन्य अस्पतालों में डॉक्टर रहते हैं अनुपस्थित.
सीएम योगी के आदेश के बाद जिले के लापरवाह और मनमाने डॉक्टरों पर विभाग की टेढ़ी नजर है. विभाग ने ड्यूटी से लापता रहने वाले 21 डॉक्टरों की शासन से सेवा समाप्ति के लिए संस्तुति भेजी है. आगे भी यह प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी और दोषी पाए जाने पर शासन को अवगत कराया जाएगा.