चंदौली: वाराणसी दौरे के दूसरे दिन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन किया. दर्शन-पूजन के बाद वह 11 बजे चंदौली के पड़ाव स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन पहुंचे. वहां उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. स्मृति स्थल पर सपरिवार भ्रमण के दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री रविंद्र जायसवाल और मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु भी मौजूद रहे. इस दौरान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू करीब 45 मिनट तक स्मृति उपवन में मौजूद रहे.
बता दें कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अपने तय प्रोटोकॉल से पहले साढ़े 10 बजे ही वहां पहुंच गए. इस दौरान वहां त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे के साथ वो दीनदयाल स्मृति उपवन पहुंचे. वहां मेनगेट से अंदर जाने के लिए गोल्फ कार्ट व्हीकल की व्यवस्था की गई थी, जिस पर सवार होकर वेंकैया नायडू अपनी पत्नी के साथ ही राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, योगी सरकार में मंत्री रविन्द्र जायसवाल और दयाशंकर मिश्रा दीनदयाल प्रतिमा के पास पहुंचे. इसके बाद उन्होंने एकात्मवाद के प्रणेता दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा में पुष्प अर्पित दर्शन किए.
इसके बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू डिजिटल ऑडिटोरियम पहुंचे. वहां पूरे दल ने दीनदयाल उपाध्याय के जीवन चरित्र पर बनाई गई 3-डी फिल्म देखी. उनकी जीवनी पर आधारित लघु फिल्म देखने के बाद भाव विभोर दिखे. इसके अलावा गंगा की लहरों पर उकेरी गई उनके जीवन चरित्र और विचारों को पढ़ा और देखा. हालांकि इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से औपचारिक बातचीत नहीं की. लेकिन सभी को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दी.
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इस दौरान उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू सांस्कृतिक राजधानी का दौरा कर अभिभूत हुए हैं. बाबा विश्वनाथ काल भैरव के साथ-साथ पंडित दीनदयाल उपवन का उपराष्ट्रपति ने भ्रमण किया, इस दौरान वो बहुत ही आनंदित थे. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने की प्रेरणा जो दी थी, उसे पीएम मोदी अमल में ला रहे हैं. हम यहां पहले भी आ चुके हैं और बहुत अच्छे ढंग से प्रबंधन हुआ है. इस दौरान डिप्टी सीएम ने चंदौली जिला अधिकारी को निर्देश दिए कि मूर्ति के पीछे रेलवे लाइन पर बोल्डर या घास लगाई जाए. वहीं अजान के बाद हनुमान चालीसा के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश-प्रदेश में पूजा करने की छूट है. अपने धर्म स्थल के अंदर ही ऐसा करने की इजाजत है.
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