चंदौली: शुक्रवार को सीआरपीएफ ने दुलहीपुर में शौर्य दिवस मनाया. इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों ने वीर सैनिकों की शहादत को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान राज्य सरकार के सहयोग से मिले पांच तिपहिया को दिव्यांगों में बांटा गया. वहीं शहाबगंज के ठेकहां निवासी शहीद धर्मदेव कुमार व बहादुरपुर के शहीद जवान अवधेश यादव को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक ने कहा कि यह दिन सीआरपीएफ के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. क्योंकि इसी दिन शूरवीर साथियों ने अपने पराक्रम एवं शौर्य का परिचय देते हुए सीआरपीएफ को भारतीय इतिहास में वीरता के अध्याय में अमर कर दिया.
9 अप्रैल को चलाया गया ऑपरेशन डेजर्ट हाक
9 अप्रैल 1965 में तत्कालीन पश्चिमी पाकिस्तान की सीमा से सटे कुछ भारतीय क्षेत्र पर अपना दावा स्थापित करने के लिए पाकिस्तान ने भारतीय सीमा चौकियों के विरुद्ध ऑपरेशन डेजर्ट हाक चलाया था. पश्चिमी पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रन ऑफ कच्छ (गुजरात) में सरदार और टाक चौकियों का रखरखाव द्वितीय बटालियन के सीआरपीएफ की चार कंपनियां कर रही थीं.
पाकिस्तान के मारे गए थे 34 जवान
पाकिस्तानी सेना की इंफेंट्री ब्रिगेड ने कंपनियों की सरदार व टाक चौकियों पर आक्रमण कर दिया. जवानों ने वीरता पूर्वक युद्ध करते हुए आक्रमण को असफल कर दिया था. इस दौरान पाकिस्तानी सेना के 34 जवान मारे गए थे और चार जवानों को जीवित पकड़ लिया गया था. सीआरपीएफ जवानों ने इंफेंट्री ब्रिगेड को 12 घंटे तक निकट नहीं आने दिया.
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