चंदौली: वैश्विक महामारी कोरोना काल में नीति आयोग के विभिन्न मापदंडों के तहत विश्वसनीय प्रदर्शन करने पर उत्तर प्रदेश के चार जिले एस्पेरेशनल डिस्ट्रिक्ट की लिस्ट में शामिल हुए हैं. इसके बाद ये चारों जिले विकासपरक योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए अतिरिक्त धन प्राप्त करने के हकदार बन गए हैं. इन चारों जिलों में चंदौली प्रथम स्थान पर रहा है. धान का कटोरा कहे जाने वाले चंदौली जिले ने समग्र क्षेत्र में अच्छी रैंक हासिल की है. इसके बाद सरकार ने जिले को 10 करोड़ रुपये अतिरिक्त आवंटित किए हैं.
बेहतर प्रदर्शन से मिली डेल्टा रैंकिंग
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के अति पिछड़े जिलों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए देश के 115 जिलों का एस्पेरेशनल डिस्ट्रिक्ट के लिए चयन किया था, जिससे वहां विभिन्न क्षेत्रों में आधारभूत ढांचा मजबूत किया जा सके. साथ ही इनके विकास की मॉनिटरिंग के लिए एक समिति भी बनाई गई. यह समिति इन चयनित जिलों में विकास की दर का आंकलन करती है.
चंदौली को मिलेगी 10 करोड़ की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि
चंदौली को 10 करोड़ की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी गई है. इसके अलावा तीन अन्य जिलों को भी तीन करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड प्राप्त होगा. फंड का आवंटन अगस्त और सितंबर 2020 में प्रदर्शन के आधार पर किया गया है.
अन्य तीन जिलों ने भी हासिल की अच्छी रैंक
एस्पेरेशनल डिस्ट्रिक्ट चन्दौली में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कृषि, पोषण प्रमुख इंडिकेटर है. इन सभी इंडिकेटर्स में अच्छी प्रगति को देखते हुए नीति आयोग की तरफ से डेल्टा रैंकिंग दी गई है. इसके अलावा बलरामपुर ने शिक्षा क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है. चित्रकूट ने वित्तीय समावेशन और कौशल विकास में उत्कृष्ट कार्य किया है. फतेहपुर जिले ने कृषि और जल संसाधनों में अच्छी रैंक हासिल की है.
30 नवम्बर तक सौंपनी है कार्ययोजना
देश के 115 आकांक्षात्मक जिलों की सूची में उत्तर प्रदेश के आठ जिले शामिल हैं. इनमें से इन चार जिलों ने विकास के क्षेत्र में अपना प्रदर्शन बेहतर बनाया है. सभी संबंधित जिला मजिस्ट्रेट को अतिरिक्त आवंटन का लाभ उठाने के लिए 30 नवंबर तक कार्य योजना तैयार कर कार्यक्रम प्रबंधन इकाई को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं.
धनराशि का सही तरीके से हो उपयोग
नीति आयोग की तरफ से चयनित आकांक्षात्मक जिलों में शामिल चन्दौली का विभिन्न इंडिकेटर्स में बेहतर प्रदर्शन मिला है. इसे देखते हुए 10 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि जिले को दी गई है. इससे जिले भर के अधिकारियों और कर्मचारियों में खुशी है. जल्द ही इसका मूल्यांकन कर विभिन्न विभागों से कार्ययोजना मांगी गई है. इससे प्राप्त धनराशि का सही तरीके से उपयोग किया जा सकेगा.