चंदौली : बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को चकिया ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय चितौड़ी का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां तैनात प्रधानाध्यापक रशीद खान उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करके विद्यालय से गैरहाजिर मिले. इस पर बीएसए ने मौके पर मौजूद सहायक अध्यापक से लागबुक तलब किया. जिस पर शिक्षकों ने बताया की लागबुक आलमारी में बंद है, जिसकी चाभी प्रधानाध्यापक के पास है. इसके साथ ही निरीक्षण के दौरान बीएसए को विद्यालय में कई खामियां भी मिलीं.
हाजिरी भर गायब थे प्रधानाध्यापक
बेसिक शिक्षाधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विद्यालय पर नि:शुल्क पुस्तकों का वितरण शत-प्रतिशत नहीं किया गया था. कुछ पुस्तकें प्रधानाध्यापक कक्ष में रैक पर और बोरे में भरकर रखी गई थीं. वहीं विद्यालय को कम्पोजिट स्कूल ग्रांट की धनराशि एक लाख रुपये दिए जाने के बाद भी कोई कार्य नहीं कराया गया है. साथ ही प्रधानाध्यापक विद्यालय अवधि में गैरहाजिर रहते हुए अभिलेखों से भरी आलमारी बंद करके चाभी अपने साथ ले गए, जिसके कारण किसी भी पंजिका का अवलोकन नहीं किया जा सका.
मिशन प्रेरणा के तहत नहीं किया गया था कार्य
बीएसए कहा कि मिशन प्रेरणा कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद स्तर से प्रेषित प्रेरणा सूची, प्रेरणा-तालिका, प्रिंटरिच मैटेरियल आदि को निर्धारित स्थान पर चस्पा न करके इधर-उधर फेंका हुआ मिला. इतना ही नहीं विद्यालय परिसर की गत दो वर्ष से रंगाई-पुताई तक नहीं हुई थी.
देहरियाबाद, बरहनी विद्यालय से हुआ सम्बद्ध
औचक निरीक्षण में बीएसए ने कार्यों में लापरवाही बरतने पर प्रधानाध्यापक रशीद खान को अध्यापक आचरण सेवा नियमावली का उल्लंघन की पुष्टि पर निलंबित करते हुए, उच्च प्राथमिक विद्यालय डेहरियाडीहा, बरहनी से सम्बद्ध कर दिया.
प्रधानाध्यापक का रोका वेतन
इसके बाद उन्होंने दूदे प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया, जहां प्रधानाध्यापक राजेश कुमार अवलोकन के लिए अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर पाए. साथ ही कई अन्य खामियां भी बीएसए ने पकड़ी और कार्रवाई करते हुए उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया.