चंदौली: सूबे की योगी सरकार ने भले ही भू-माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन कर दिया है, लेकिन बावजूद इसके भू-माफिया सक्रिय हैं. ताजा मामला दीनदयाल नगर के महमूदपुर नई बस्ती इलाके में देखने को मिला. यहां स्थित तालाब पर नजर गड़ाए भू-माफियाओं ने मंगलवार (22 दिसंबर) को एक बार फिर कब्जा करना शुरू कर दिया. इस पूरे मामले में सत्ता दल से जुड़े बड़े सफेदपोशों का नाम सामने आने के बाद पुलिस भी बैकफुट पर नजर आ रही है. हालांकि शिकायत के बाद एसडीएम मुगलसराय सीपू गिरी ने काम रुकवा दिया.
पॉश इलाके में है तालाब
दरअसल यह मामला काफी पुराना है. जीटी रोड से सटे पॉश इलाके में स्थित इस तालाब पर भू-माफियाओं की नजर वर्षों से है. आरोप है कि पुलिस के सहयोग से भू-माफिया इस पर मिट्टी पाटकर प्लॉटिंग करना चाह रहे हैं. इसके विरोध में पूरा मामला न्यायालय में लम्बित है. यहीं नहीं सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचना पर नगर पालिका डीडीयू नगर ने भी यह माना है कि यहां तालाब है. बावजूद इसके भू-माफिया आए दिन इस तालाब पर कब्जा कर रहे हैं.
करोड़ों में है तालाब के जमीन की कीमत
2008 से ही भू-माफिया इस तालाब पर नजर रखे हुए हैं. कई बार इस तालाब को पाटने की योजना भी बना चुके हैं. करोड़ों रुपये मूल्य की तालाब की भूमि को कब्जा करने वाले भू माफियाओं को सत्ता दल के नेताओं का संरक्षण इनको मिल रहा है. इसके चलते सोमवार की देर रात से इस कथित तालाब को दोबारा पाटने का काम शुरू हो गया. सुबह होने पर स्थानीय लोगों ने जबरन काम रुकवाया.
बीजेपी नेताओं पर संरक्षण का आरोप
क्षेत्रीय सभासद अशोक यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी के जिले के बड़े नेताओं के संरक्षण में भू-माफिया तालाब को पाट रहे हैं. पुलिस भी इन भू-माफियाओं से मिली है और शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है. सत्ता के दबाव में नगर पालिका भी निष्क्रिय बना हुआ है.
एसडीएम मुगलसराय ने रुकवाया काम
इस पूरे मामले पर एसडीएम मुगलसराय सीपू गिरी ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा नगर पालिका का तालाब पाटने की शिकायत की गई और मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इसके मद्देनजर फिलहाल तालाब पाटने का काम रुकवा दिया गया.