मुरादाबाद: लॉकडाउन की वजह से दूसरे शहरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को जिले की सीमा पर ही रोक दिया गया था. प्रवासी मजदूरों को आस्थाई रूप से बनाए गए शेल्टर होम में क्वारन्टीन किया गय है. मुरादाबाद के कांठ रोड स्थित एसएस चिल्ड्रन एकेडमी में 79 प्रवासी मजदूरों को रोका गया है. यहां इन मजदूरों के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. सभी प्रवासियों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सुबह शाम योगा क्लास लगाई जा रही है. साथ ही कोरोना महामारी से बचाव को लेकर इन्हें जागरूक भी किया जा रहा है.
जिला विद्यालय निरीक्षक और शेल्टर होम प्रभारी प्रवीण कुमार द्विवेदी ने बताया कि हम लोग इनको मनोवैज्ञानिक रूप से भी तैयार कर रहे हैं. जब यह यहां से जाएं तो सोशल डिस्टेंसिंग क्या होती है, कैसे हाथ धोना है जैसी अन्य बेसिक बातों के बारे में इन्हें बताया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना के संक्रमण से रोकने के लिए यह आवश्यक है.
हम इन लोगों को जागरूक कर रहे हैं, ताकि हम लोग मानसिक रूप से इनको मजबूत कर सकें. इसके साथ ही कोरोना वायरस के वॉलेंटियर्स के रूप में काम करें और अपने गांव में अपने पूरे परिवार को यह सुरक्षित रख सकें. यह लोग पूरे गांव में लोगों को प्रशिक्षित कर सकेंगे.
वहीं योगा टीचर रितु नारंग ने कहा कि मुरादाबाद में जो आश्रय गृह बना है यह बहुत ही अच्छी पहल है. आप जानते हैं कि डॉक्टर वैज्ञानिकों ने कहा कि जो हमारा ह्यूमन सिस्टम है उसको हम और मजबूत कर सकते हैं. वह ध्यान और योग के माध्यम से हो सकता है. सभी बातों को बताया जा रहा है. उन्हें सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना है. अपने परिवार की तभी सुरक्षा कर पाएंगे, जब आप अपनी सुरक्षा कर सकेंगे.
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