मुरादाबाद: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है. दरअसल पोस्ट इस बात को लेकर किया गया है कि, एक रेस्टोरेंट में तीन ट्रेनी दारोगा खाना खाने के लिए गए हुए थे, जिनके बिल का पेमेंट कोई अनजान शख्स बिना बताए ही कर गया. वहीं पोस्ट वायरल होने के बाद पेमेंट देने करने वाले व्यक्ति की पहचान हो गई है.
बीती 21 दिसंबर को शनिवार के दिन पीलीकोठी पर तैनात तीन ट्रेनी दारोगा एक रेस्टोरेंट में नाश्ता करने गए. नाश्ता करने के बाद तीनों दरोगा सुशील कुमार सिंह, गौरव शुक्ला और विजय पांडेय आश्चर्यचकित रह गए, जब उनको यह पता चला कि उनके नाश्ते का पेमेंट किसी और ने कर दिया है. इसके बाद सुशील कुमार दारोगा ने एक पोस्ट फोटो के साथ फेसबुक पर पोस्ट कर की. पोस्ट में उन्होंने बिल का पेमेंट करने वाले व्यक्ति का बहुत मार्मिक शब्दों में धन्यवाद अदा किया. यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गया. लोगों ने भी पोस्ट को काफी तेजी से शेयर किया. पेमेंट करने वाले व्यक्ति का पता तब चला जब वायरल पोस्ट में एक फोटो भी शेयर किया गया. फोटो में दारोगा के बराबर में बैठे एक व्यक्ति की तस्वीर कैमरे में कैद हो गई. वहीं व्यक्ति की पहचान राजेश भारतीय के रूप में हुई है, जिनका कि असली नाम राजेश अग्रवाल है. राजेश ने ग्यारह साल पहले अपने नाम के आगे से जाति का नाम हटाकर देश का नाम जोड़ लिया था. राजेश भारतीय का फर्नीचर का एक शोरुम है.
पुलिसकर्मियों का मार्मिक पोस्ट
राजेश भारतीय ने बताया कि इसमें कोई तारीफ की बात नहीं है, बल्कि यह एक साधारण सी बात थी. मैं रेस्टोरेंट में फैमिली के साथ खाना खा रहा था. मेरी बराबर वाली सीट पर 3 पुलिसकर्मी आकर बैठ गए. तीनों ने कुछ खाने का ऑर्डर दिया. मैं सोचता हूं कि पुलिस जो अपना काम करती है और दिवाली और होली पर हम लोग आनंद लेते हैं. पुलिसकर्मी सड़कों पर अपनी ड्यूटी कर रहे होते हैं. इसी बीच एक सेकेंड के लिए इन पुलिस वालों के लिए मेरे मन में इज्जत आई और सोचा कि उनका पेमेंट कर दूं, ताकि पुलिसकर्मियों को अच्छा लगे. मैंने वेटर को बुलाकर कहा कि पुलिसकर्मियों का बिल मेरे बिल में जोड़ दो. वेटर ने मुझसे पूछा कि क्या आप इन लोगों को जानते हैं तो मैंने कहा कि नहीं, यह मेरा कर्तव्य है. मैं पेमेंट देकर रेस्टोरेंट से चला गया. राजेश भारतीय ने कहा कि पोस्ट देखकर मुझे काफी हैरानी हुई. जिन्होंने यह पोस्ट लिखा है, उन्होंने जो शब्द लिखे वह इतने मार्मिक हैं कि मतलब मैं आपको क्या बताऊं. मैं खुद उस पोस्ट को पढ़कर भावुक हो गया. पोस्ट पर बहुत ही सुंदर कमेंट है. इस पोस्ट का एक पॉजिटिव वाइब्रेशन मिल रहा है, जिससे मेरा हृदय बहुत खुश है. उन्होंने कहा कि एक बार मैं अमिताभ बच्चन का इंटरव्यू देख रहा था. अमिताभ बच्चन ने अपना नाम केवल अमिताभ बताया था. एंकर ने उनसे पूरा नाम पूछा तो उन्होंने कहा कि जाति बताना जरूरी है. उस दिन से मैंने सबक लिया और अपने नाम के आगे से अग्रवाल हटाकर देश का नाम भारतीय लगा लिया. मेरे बड़े भाई ने भी अपने नाम के आगे भारतीय लगा रखा है.
वहीं रेस्टोरेंट के मैनेजर संजय ने जानकारी देते हुए बताया कि एक फैमिली ने दारोगा के बिल का पेमेंट किया, जिस पर मैंने सोचा हो सकता है कि उनके जानने वाले होंगे. पुलिस वालों ने जब वेटर से इस बारे में पूछा कि आपने क्यों उनसे पेमेंट ले लिया, जिस पर वेटर ने जवाब दिया कि मुझे लगा कि शायद वह आपको जानते होंगे, इसीलिए मैने पेमेंट ले लिया.