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मुरादाबाद: सोशल मीडिया पर वायरल हुआ सांसद का पत्र, जरूरतमंद को पत्र देकर भेजा था डीएम के पास

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्थानीय सपा सांसद का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दरअसल एक शख्स सांसद से मदद की गुहार लगाने पहुंचा था. इसके बाद सांसद ने पत्र लिखकर डीएम को भोजन की व्यवस्था करने और मदद की मांग की थी. इसके बाद से ही यह लेटर सोशल मीडिया पर हो रहा है.

मुरादाबाद समाचार
गुहार लगाने वाला मोहम्मद वसीम.
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Published : Apr 1, 2020, 4:19 PM IST

मुरादाबाद: जिले में स्थानीय सपा सांसद एसटी हसन का एक पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल लॉकडाउन के चलते एक मजदूर सांसद एसटी हसन के पास मदद की गुहार लेकर गया था, जिसके बाद सांसद ने मजदूर को एक पत्र थमा दिया. सांसद के लैटर पैड पर लिखे इस पत्र में डीएम मुरादाबाद को मजदूर के भोजन की व्यवस्था करने में मदद करने की मांग की गयी थी. सांसद का डीएम को लिखा यह पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग इसे संवेदनहीनता बता रहे हैं. सोशल मीडिया पर सांसद को मजदूर की मदद करने के बजाय पत्र थमाने को लेकर कमेंट का दौर जारी है.

मुरादाबाद समाचार
सोशल मीडिया पर वायरल पत्र.

मुरादाबाद के मुगलपुरा थाना क्षेत्र स्थित वारसी नगर में रहने वाले मोहम्मद वसीम पीतल कारीगर है और लॉकडाउन के बाद काम न होने के चलते उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया. तंगहाली की हालत में मो. वसीम मुरादाबाद के सांसद डॉक्टर एसटी हसन के आवास पर मदद की दरकार लेकर पहुंचा. चार दिन पहले जब वसीम सांसद आवास पर पहुंचा तो सांसद महोदय ने वसीम के परिवार को भोजन की व्यवस्था अपने स्तर से कराने के बजाय डीएम को पत्र लिखकर मदद करने को कहा.

डीएम मुरादाबाद को लिखे पत्र को वसीम को देकर सांसद एसटी हसन ने वसीम को कचहरी परिसर जाकर डीएम से मिलने और पत्र देने की बात कही. वसीम के मुताबिक वह कचहरी गया, लेकिन डीएम साहब नहीं मिले. इसके बाद वसीम कंट्रोल रूम में भी गया, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पाई. पत्र वायरल होने के बाद जब वसीम से बात की गई तो बताया कि उनको पत्र दिया गया था. हालांकि वसीम अब सांसद द्वारा मदद करने और जरूरी सामान देने का दावा भी कर रहा है.

बहरहाल सांसद के इस पत्र के बाद सोशल मीडिया पर बहस जारी है. सोशल मीडिया यूजर के मुताबिक पत्र लिख कर मजदूर को अधिकरियों के चक्कर लगाने के बजाय सांसद साहब अपने स्तर से ही मदद कर देते तो गरीब इंसान को भटकना नहीं पड़ता. कई लोग इसे सांसद की संवेदनहीनता भी बता रहे है. पत्र वायरल होने के बाद वसीम के घर राशन पहुंचाकर सांसद मामले को दबाने में जुटे हैं, लेकिन गरीब मजदूर को पत्र लेकर दौड़ाने की इस घटना के बाद वह विपक्षियों के भी निशाने पर हैं. सांसद के इस मदद पत्र के वायरल होने के बाद वसीम के घर राशन पहुंचाई गई है. साथ ही कुछ आर्थिक मदद भी दी गयी है. पूरे मामले पर सांसद एसटी हशन द्वारा कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन में हो रही है परेशानी तो ETV भारत बनेगा आपकी आवाज

मुरादाबाद: जिले में स्थानीय सपा सांसद एसटी हसन का एक पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल लॉकडाउन के चलते एक मजदूर सांसद एसटी हसन के पास मदद की गुहार लेकर गया था, जिसके बाद सांसद ने मजदूर को एक पत्र थमा दिया. सांसद के लैटर पैड पर लिखे इस पत्र में डीएम मुरादाबाद को मजदूर के भोजन की व्यवस्था करने में मदद करने की मांग की गयी थी. सांसद का डीएम को लिखा यह पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग इसे संवेदनहीनता बता रहे हैं. सोशल मीडिया पर सांसद को मजदूर की मदद करने के बजाय पत्र थमाने को लेकर कमेंट का दौर जारी है.

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सोशल मीडिया पर वायरल पत्र.

मुरादाबाद के मुगलपुरा थाना क्षेत्र स्थित वारसी नगर में रहने वाले मोहम्मद वसीम पीतल कारीगर है और लॉकडाउन के बाद काम न होने के चलते उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया. तंगहाली की हालत में मो. वसीम मुरादाबाद के सांसद डॉक्टर एसटी हसन के आवास पर मदद की दरकार लेकर पहुंचा. चार दिन पहले जब वसीम सांसद आवास पर पहुंचा तो सांसद महोदय ने वसीम के परिवार को भोजन की व्यवस्था अपने स्तर से कराने के बजाय डीएम को पत्र लिखकर मदद करने को कहा.

डीएम मुरादाबाद को लिखे पत्र को वसीम को देकर सांसद एसटी हसन ने वसीम को कचहरी परिसर जाकर डीएम से मिलने और पत्र देने की बात कही. वसीम के मुताबिक वह कचहरी गया, लेकिन डीएम साहब नहीं मिले. इसके बाद वसीम कंट्रोल रूम में भी गया, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पाई. पत्र वायरल होने के बाद जब वसीम से बात की गई तो बताया कि उनको पत्र दिया गया था. हालांकि वसीम अब सांसद द्वारा मदद करने और जरूरी सामान देने का दावा भी कर रहा है.

बहरहाल सांसद के इस पत्र के बाद सोशल मीडिया पर बहस जारी है. सोशल मीडिया यूजर के मुताबिक पत्र लिख कर मजदूर को अधिकरियों के चक्कर लगाने के बजाय सांसद साहब अपने स्तर से ही मदद कर देते तो गरीब इंसान को भटकना नहीं पड़ता. कई लोग इसे सांसद की संवेदनहीनता भी बता रहे है. पत्र वायरल होने के बाद वसीम के घर राशन पहुंचाकर सांसद मामले को दबाने में जुटे हैं, लेकिन गरीब मजदूर को पत्र लेकर दौड़ाने की इस घटना के बाद वह विपक्षियों के भी निशाने पर हैं. सांसद के इस मदद पत्र के वायरल होने के बाद वसीम के घर राशन पहुंचाई गई है. साथ ही कुछ आर्थिक मदद भी दी गयी है. पूरे मामले पर सांसद एसटी हशन द्वारा कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है.

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