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मुरादाबाद सड़क घोटाला: एक समय पर दो विभागों ने लाखों की लागत से बना डाली एक ही सड़क

यूपी के मुरादाबाद जिले में सड़क बनाने और रिपेयरिंग के नाम पर पीडब्लूडी विभाग के द्वारा लाखों रुपये हड़पने का मामले सामने आया है. विभाग ने गांव की सड़क बनवाने का टेंडर निकाला तो उसी समय पर दूसरे विभाग ने उसी सड़क की रिपेयरिंग का लाखों का टेंडर निकाल दिया.

मुरादाबाद में सड़क घोटाला.
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Published : Sep 12, 2019, 10:57 AM IST

मुरादाबाद: जिले के डिलारी विकासखंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग ने गांव की सड़क बनवाने का टेंडर निकाला तो उसी समय लोक निर्माण सेवा विभाग ने भी उसी सड़क का लाखों की राशि का रिपेयरिंग का टेंडर निकाल दिया.

जिले में सामने आया सड़क घोटाला.

क्या है पूरा मामला
डिलारी विकास खण्ड में आने वाले गांव पीलखपुर से बमनिया पट्टी तक की सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई गई. सड़क का नियमानुसार टेंडर 27 दिसम्बर 2017 को निकाला गया और सड़क बनवाने का कार्य 28 मार्च 2018 को पूर्ण किया गया. इसे बनाने की लागत 19 लाख 76 हजार रुपये मंजूर हुई, जिसका बोर्ड भी विभाग द्वारा सम्पूर्ण जानकारी के साथ लगा दिया गया.

वहीं चौंकाने वाली बात ये है कि जो सड़क अभी बनकर तैयार ही नहीं हुई, उसी सड़क पर 20 मार्च 2018 को लोक निर्माण विभाग ने भी बमनिया पट्टी से पीलखपुर की सड़क की मरम्मत का टेंडर निकाल दिया. यानी अभी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई जा रही सड़क के बनने में 8 दिन बाकी है और पीडब्लूडी द्वारा भी उसी सड़क की मरम्मत का टेंडर 43.50 लाख रुपये की लागत से निकाल दिया गया.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकी: आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले दारोगा को हटाया, जांच शुरू

सहायक अभियंता ने दी जानकारी
जब सड़क निर्माण के मामले की जानकारी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के सहायक अभियंता विनय कुमार से ली गयी तो उन्होंने बताया कि ये सड़क उनके विभाग द्वारा 19.76 लाख की लागत से बनवाई गयी है. जिसका बोर्ड कार्य प्रारंभ होने वाले स्थान पर लगा हुआ है. सड़क अब पीडब्ल्यूडी को सौंप दी गयी है. उन्होंने इस बाबत अभिलेख भी दिखाए.

उन्होंने कहा कि जब तक सड़क को हम पीडब्लूडी को नहीं सौंप देते तब तक उस सड़क पर कोई मरम्मत का कार्य पीडब्लूडी विभाग नहीं करा सकता. क्योंकि एक साल तक सड़क में मरम्मत कराने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है. यह सड़क हमारे विभाग द्वारा बनवाई गई है. पीडब्लूडी ने इस सड़क पर कोई कार्य नहीं कराया है.

इसे भी पढ़ें- खतरे में है इस ऐतिहासिक पुस्तकालय का अस्तित्व, सुभाष चंद्र बोस बनाते थे यहां आजादी की रणनीति

अधिशासी अभियंता ने बताया कि-
जब पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता लक्ष्मी नारायण से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने बमनिया पट्टी से सरकड़ा तक की सड़क बनवाई है. पीछे की सड़क ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई गई है. उस पर हमारे द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया. जबकि टेंडर में मरम्मत का कार्य पीलखपुर से बमनिया पट्टी दर्शाया गया है. अगर ऐसा कोई मामला है तो इस मामले की जांच करवाई जाएगी. जांच के बाद ही बता सकते हैं कि जो पेमेंट निर्माण कार्य के नाम पर निकाल ली गयी है उससे रिकवरी की जाएगी या नहीं. वहीं अपने विभाग के इस घोटाले पर अधिशासी अभियंता कोई संतोषजनक बात न बताते हुए जांच की बात कह रहे हैं.

मुरादाबाद: जिले के डिलारी विकासखंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग ने गांव की सड़क बनवाने का टेंडर निकाला तो उसी समय लोक निर्माण सेवा विभाग ने भी उसी सड़क का लाखों की राशि का रिपेयरिंग का टेंडर निकाल दिया.

जिले में सामने आया सड़क घोटाला.

क्या है पूरा मामला
डिलारी विकास खण्ड में आने वाले गांव पीलखपुर से बमनिया पट्टी तक की सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई गई. सड़क का नियमानुसार टेंडर 27 दिसम्बर 2017 को निकाला गया और सड़क बनवाने का कार्य 28 मार्च 2018 को पूर्ण किया गया. इसे बनाने की लागत 19 लाख 76 हजार रुपये मंजूर हुई, जिसका बोर्ड भी विभाग द्वारा सम्पूर्ण जानकारी के साथ लगा दिया गया.

वहीं चौंकाने वाली बात ये है कि जो सड़क अभी बनकर तैयार ही नहीं हुई, उसी सड़क पर 20 मार्च 2018 को लोक निर्माण विभाग ने भी बमनिया पट्टी से पीलखपुर की सड़क की मरम्मत का टेंडर निकाल दिया. यानी अभी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई जा रही सड़क के बनने में 8 दिन बाकी है और पीडब्लूडी द्वारा भी उसी सड़क की मरम्मत का टेंडर 43.50 लाख रुपये की लागत से निकाल दिया गया.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकी: आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले दारोगा को हटाया, जांच शुरू

सहायक अभियंता ने दी जानकारी
जब सड़क निर्माण के मामले की जानकारी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के सहायक अभियंता विनय कुमार से ली गयी तो उन्होंने बताया कि ये सड़क उनके विभाग द्वारा 19.76 लाख की लागत से बनवाई गयी है. जिसका बोर्ड कार्य प्रारंभ होने वाले स्थान पर लगा हुआ है. सड़क अब पीडब्ल्यूडी को सौंप दी गयी है. उन्होंने इस बाबत अभिलेख भी दिखाए.

उन्होंने कहा कि जब तक सड़क को हम पीडब्लूडी को नहीं सौंप देते तब तक उस सड़क पर कोई मरम्मत का कार्य पीडब्लूडी विभाग नहीं करा सकता. क्योंकि एक साल तक सड़क में मरम्मत कराने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है. यह सड़क हमारे विभाग द्वारा बनवाई गई है. पीडब्लूडी ने इस सड़क पर कोई कार्य नहीं कराया है.

इसे भी पढ़ें- खतरे में है इस ऐतिहासिक पुस्तकालय का अस्तित्व, सुभाष चंद्र बोस बनाते थे यहां आजादी की रणनीति

अधिशासी अभियंता ने बताया कि-
जब पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता लक्ष्मी नारायण से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने बमनिया पट्टी से सरकड़ा तक की सड़क बनवाई है. पीछे की सड़क ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई गई है. उस पर हमारे द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया. जबकि टेंडर में मरम्मत का कार्य पीलखपुर से बमनिया पट्टी दर्शाया गया है. अगर ऐसा कोई मामला है तो इस मामले की जांच करवाई जाएगी. जांच के बाद ही बता सकते हैं कि जो पेमेंट निर्माण कार्य के नाम पर निकाल ली गयी है उससे रिकवरी की जाएगी या नहीं. वहीं अपने विभाग के इस घोटाले पर अधिशासी अभियंता कोई संतोषजनक बात न बताते हुए जांच की बात कह रहे हैं.

Intro:एंकर:- मुरादाबाद में गांवों को सीधे शहर से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण का कार्य जिस तेजी से चल रहा. उसी तेजी से सड़क बनाने और रिपेरिंग के नाम पर पीडब्लूडी विभाग के द्वारा लाखों रुपये हड़पने के मामले सामने आया है. एक विभाग ने गांव की सड़क बनबाने का टेंडर निकाला तो उसी समय में दूसरे विभाग ने उसी सड़क की रिपेरिंग का टेंडर लाखों की राशि का निकाल दिया. मामला सामने के बाद हड़कंप मच गया. सड़क बनवाने वाला विभाग अधिकारी सड़क बनबाने की पूरी बात बता रहा है तो उसी सड़क की लाखों रुपये में रिपेरिंग करने वाले विभाग के अधिकारी संतोषजनक कोई उत्तर न देकर जांच की बात कह रहे है.

वीओ:- मुरादाबाद के डिलारी विकास खण्ड में आने वाले गांव पीलखपुर से बामनिया पट्टी तक कि सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनबाई गयी. जिसका नियमानुसार टेंडर 27 दिसम्बर 2017 को निकाला गया और सड़क बनबाने का कार्य 28 मार्च 2018 को पूर्ण किया गया जिसको बनाने की लागत 19 लाख 76 हज़ार रुपये मंजूर हुई. जिसका बोर्ड भी विभाग द्वारा सम्पूर्ण जानकारी के साथ लगा दिया गया. चौकाने वाली बात ये है कि जो सड़क अभी बनकर तैयार ही नही हुई उसी सड़क पर 20 मार्च 2018 को लोक निर्माण विभाग ने भी बमनिया पट्टी से पीलखपुर की सड़क की मरम्मत का टेंडर निकाल दिया गया. यानी अभी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा द्वारा बनवाई जा रही सड़क के बनने में 8 दिन बाकी है और पीडब्लूडी द्वारा भी उसी सड़क की मरम्मत का टेंडर 43.50 लाख रुपये की लागत निकाल दिया गया.
वीओ:- बमनिया पट्टी गांव के प्रधान ने बताया कि पिलखपुर से बमनिया पट्टी तक कि सड़क की मरम्मत का काम एक साल पहले हुआ था. मुझको ज्यादा जानकारी नही है लेकिन इसका निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत हुआ है. इस एक साल के बीच मे सड़क पर कोई मरम्मत का कार्य नही हुआ है.


Body:वीओ:- जब सड़क निर्माण के इस मामले की जानकारी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के सहायक अभियंता विनय कुमार से ली गयी तो उन्होंने बताया कि ये सड़क उनके विभाग द्वारा 19.76 लाख की लागत से बनवाई गयीं है. जिसका बोर्ड कार्य प्रारंभ होने वाले स्थान पर लगा हुआ है. सड़क अब पीडब्ल्यूडी को सौंप दी गयी है. उन्होंने इस बाबत अभिलेख भी दिखाए. उन्होंने कहा कि जब तक सड़क को हम पीडब्लूडी को नही सोंप देते तब तक उस सड़क पर कोई मरम्मत का कार्य पीडब्लूडी विभाग नही करा सकता. क्योंकि एक साल तक सड़क में मरम्मत कराने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है. यह सड़क हमारे विभाग द्वारा बनवाई गई है पीडब्लूडी ने इस सड़क पर कोई कार्य नही कराया है.Conclusion:वीओ:- जब पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता लक्ष्मी नारायण से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने बमनिया पट्टी से सरकड़ा तक कि सड़क बनबाई है. पीछे की सड़क ग्रामीण अभियंत्रण द्वारा बनवाई गयी उस पर हमारे द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया. जबकि टेण्डर में मरम्मत का कार्य पीलखपुर से बमनिया पट्टी दर्शाया गया है. अगर ऐसा कोई मामला है तो इस मामले की जांच करवाने की बात कह रहे है. जांच के बाद ही बता सकते है कि जो पेमेंट निर्माण कार्य के नाम पर निकाल ली गयी है उससे रिकवरी की जाएगी या नही. वैसे अपने विभाग के इस घोटाले पर अधिशासी अभियंता कोई संतोषजनक बात न बताते हुए जांच की बात कहीं है.

बाइट:- अजय बमनिया पट्टी का प्रधान
बाइट:- ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के सहायक अभियंता
बाइट:- पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता लक्ष्मी नारायण

सुशील कुमार सिंह
ईटीवी भारत
मुरादाबाद
8057006591, 8279564646
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