मुरादाबाद: जबरन किसानों की जमीन हड़पने के मामले में सपा सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुला आजम जेल में हैं. वहीं यूपी सरकार किसानों की जमीन वापस कर यूनिवर्सिटी अधिग्रहण कर रही है. इसके विरोध में समाजवादी पार्टी के सांसद, विधायक और तमाम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा. सपा सांसद का कहना है कि यूपी सरकार जौहर यूनिवर्सिटी से सौतेला व्यवहार कर रही है.
यूपी सरकार ने जौहर यूनिवर्सिटी का पूरी तरह से अधिग्रहण करने की तैयारी कर ली है. साथ ही सपा सांसद आजम खां की ओर से ली गई जबरन किसानों की जमीन को सरकार वापस करा रही है. आजम खां को जेल से रिहा करने और यूनिवर्सिटी के अधिग्रहण के विरोध में समाजवादी पार्टी के सांसद, विधायक और तमाम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन अंबेडकर पार्क से लेकर कलक्ट्रेट रैली तक प्रदर्शन किया. साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप राज्यपाल से जौहर यूनिवर्सिटी को बचाने की मांग की है.
सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान और हिंदुस्तान के बाहर भी पहचान रखने वाली यह यूनिवर्सिटी है. शिक्षण संस्थान मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पिछले कई महीनों से नफरत और राजनीति का शिकार हो रही है. कभी इस शैक्षिक संस्थान के मुख्य द्वार को ध्वस्त करने के सरकारी आदेश आते हैं, तो कभी यहां स्थित अजीम लाइब्रेरी को अपनी नफरत का अड्डा सरकार बनाती है. कभी-कभी इसकी दीवारों पर सरकारी बुलडोजर चलाया जाता है.
यूपी की सरकार तमाम हदों को पार कर हिटलर वाला फरमान जारी करती है. उस प्रमाण के आधार पर इस महान शैक्षणिक संस्थान पर अपनी मिल्कियत का दावा करते हुए यूनिवर्सिटी बंद कर उन पूजीपतियों को मजबूत करना चाहती है, जिन्होंने शिक्षा को मात्र व्यापार के रूप में स्थापित कर लिया है.
उत्तर प्रदेश सहित तमाम हिंदुस्तान को यह मालूम है कि प्राइवेट यूनिवर्सिटी के रूप में पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे सस्ती शिक्षण संस्था है. शिक्षा से लोगों को दूर रखने की मंशा और शिक्षा को व्यापार की शक्ल में स्थापित करने वाले पूजीपतियों की मदद की मंशा से ही इस शिक्षा के मंदिर को नष्ट करने के लिए सरकार इस तरह से फरमान जारी कर रही है.