मुरादाबाद: जिले में पीतल कारोबार में अघोषित आर्थिक मंदी का असर साफ नजर आ रहा है. मंदी की मार झेल रहे कारोबारियों ने केंद्रीय वाणिज्य एंव उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मदद की गुहार लगाई है. पिछले सप्ताह दिल्ली में पीयूष गोयल से मुलाकात कर लौटे कारोबारियों ने ज्ञापन सौंप कर जल्द कार्रवाई करने की अपील की है.
मंदी की मार झेल रहे पीतल कारोबारी
मुरादाबाद से सालाना साड़े आठ हजार करोड़ रुपये का हस्तशिल्प उत्पाद विदेशों को निर्यात किया जाता है, जो पूरे देश के हस्तशिल्प निर्यात का 29 फीसदी हिस्सा है. पिछले कुछ महीनों से पूरे विश्व में अघोषित आर्थिक मंदी का असर पीतल कारोबार पर भी पड़ा है. क्रिसमस के लिए अमेरिका और यूरोप से आने वाले ऑर्डरों में गिरावट आई है. कारोबारी जहां कारोबार के कम होने से परेशान हैं, वहीं पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश ईरान भी नाराज है.
प्रतिबंध ने छीने रोजगार
अमेरिका के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ईरान ने 1300 भारतीय उत्पादों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए, जिसकी वजह से पीतल कारोबार को छह करोड़ से ज्यादा का घाटा हुआ है. कारोबारियों के मुताबिक ऑफ सीजन में ईरान को उत्पाद निर्यात कर कारोबारी अपने कारीगरों को साल भर रोजगार देते थे, जो अब मुश्किल लग रहा है.
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दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एंव उधोग मंत्री पीयूष गोयल से मिले निर्यातकों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें कारोबार की समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है. कारोबारियों ने सरकार के सामने ईरान से रुपये में कारोबार करने की इच्छा जताई है. कारोबारियों के मुताबिक सरकार ने कई निर्यातकों को सन्देह के घेरे में रखा है, जिनके निर्यात के उत्पादों की जांच की जा रही है. जांच के नाम पर उनके रिफंड रोके गए हैं, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है.
सतपाल सिंह, कारोबारी