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मुरादाबाद: पीतल कारोबारियों ने उद्योग मंत्री से लगाई गुहार, अघोषित आर्थिक मंदी में करें मदद

यूपी के मुरादाबाद में पीतल का निर्यात रुकने से व्यापारियों पर आर्थिक मंदी का व्यापक असर पड़ा है. कारोबारियों ने पिछले सप्ताह उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए जल्द कार्रवाई करने की अपील की है.

मंदी की मार झेल रहे पीतल कारोबारी.
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Published : Sep 24, 2019, 11:26 PM IST

मुरादाबाद: जिले में पीतल कारोबार में अघोषित आर्थिक मंदी का असर साफ नजर आ रहा है. मंदी की मार झेल रहे कारोबारियों ने केंद्रीय वाणिज्य एंव उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मदद की गुहार लगाई है. पिछले सप्ताह दिल्ली में पीयूष गोयल से मुलाकात कर लौटे कारोबारियों ने ज्ञापन सौंप कर जल्द कार्रवाई करने की अपील की है.

मंदी की मार झेल रहे पीतल कारोबारी.
ईरान पर प्रतिबंध का असर मुरादाबाद परकारोबारियों के मुताबिक निर्यात के ऑफ सीजन में ईरान पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश हुआ करता था, लेकिन पिछले साल अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद निर्यात ठप हो गया है. ईरान ने भारत के हस्तशिल्प निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अकेले मुरादाबाद को छह करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. पिछले सप्ताह दिल्ली में पीयूष गोयल से मुलाकात कर लौटे कारोबारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंप कर जल्द कार्रवाई की अपील की है.

मंदी की मार झेल रहे पीतल कारोबारी
मुरादाबाद से सालाना साड़े आठ हजार करोड़ रुपये का हस्तशिल्प उत्पाद विदेशों को निर्यात किया जाता है, जो पूरे देश के हस्तशिल्प निर्यात का 29 फीसदी हिस्सा है. पिछले कुछ महीनों से पूरे विश्व में अघोषित आर्थिक मंदी का असर पीतल कारोबार पर भी पड़ा है. क्रिसमस के लिए अमेरिका और यूरोप से आने वाले ऑर्डरों में गिरावट आई है. कारोबारी जहां कारोबार के कम होने से परेशान हैं, वहीं पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश ईरान भी नाराज है.

प्रतिबंध ने छीने रोजगार
अमेरिका के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ईरान ने 1300 भारतीय उत्पादों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए, जिसकी वजह से पीतल कारोबार को छह करोड़ से ज्यादा का घाटा हुआ है. कारोबारियों के मुताबिक ऑफ सीजन में ईरान को उत्पाद निर्यात कर कारोबारी अपने कारीगरों को साल भर रोजगार देते थे, जो अब मुश्किल लग रहा है.

इसे भी पढ़ें:- मुरादाबाद: दुष्कर्म के आरोपी से रिश्वत मांगने का सिपाही का ऑडियो वायरल

दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एंव उधोग मंत्री पीयूष गोयल से मिले निर्यातकों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें कारोबार की समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है. कारोबारियों ने सरकार के सामने ईरान से रुपये में कारोबार करने की इच्छा जताई है. कारोबारियों के मुताबिक सरकार ने कई निर्यातकों को सन्देह के घेरे में रखा है, जिनके निर्यात के उत्पादों की जांच की जा रही है. जांच के नाम पर उनके रिफंड रोके गए हैं, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है.
सतपाल सिंह, कारोबारी

मुरादाबाद: जिले में पीतल कारोबार में अघोषित आर्थिक मंदी का असर साफ नजर आ रहा है. मंदी की मार झेल रहे कारोबारियों ने केंद्रीय वाणिज्य एंव उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मदद की गुहार लगाई है. पिछले सप्ताह दिल्ली में पीयूष गोयल से मुलाकात कर लौटे कारोबारियों ने ज्ञापन सौंप कर जल्द कार्रवाई करने की अपील की है.

मंदी की मार झेल रहे पीतल कारोबारी.
ईरान पर प्रतिबंध का असर मुरादाबाद परकारोबारियों के मुताबिक निर्यात के ऑफ सीजन में ईरान पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश हुआ करता था, लेकिन पिछले साल अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद निर्यात ठप हो गया है. ईरान ने भारत के हस्तशिल्प निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अकेले मुरादाबाद को छह करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है. पिछले सप्ताह दिल्ली में पीयूष गोयल से मुलाकात कर लौटे कारोबारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंप कर जल्द कार्रवाई की अपील की है.

मंदी की मार झेल रहे पीतल कारोबारी
मुरादाबाद से सालाना साड़े आठ हजार करोड़ रुपये का हस्तशिल्प उत्पाद विदेशों को निर्यात किया जाता है, जो पूरे देश के हस्तशिल्प निर्यात का 29 फीसदी हिस्सा है. पिछले कुछ महीनों से पूरे विश्व में अघोषित आर्थिक मंदी का असर पीतल कारोबार पर भी पड़ा है. क्रिसमस के लिए अमेरिका और यूरोप से आने वाले ऑर्डरों में गिरावट आई है. कारोबारी जहां कारोबार के कम होने से परेशान हैं, वहीं पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश ईरान भी नाराज है.

प्रतिबंध ने छीने रोजगार
अमेरिका के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ईरान ने 1300 भारतीय उत्पादों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए, जिसकी वजह से पीतल कारोबार को छह करोड़ से ज्यादा का घाटा हुआ है. कारोबारियों के मुताबिक ऑफ सीजन में ईरान को उत्पाद निर्यात कर कारोबारी अपने कारीगरों को साल भर रोजगार देते थे, जो अब मुश्किल लग रहा है.

इसे भी पढ़ें:- मुरादाबाद: दुष्कर्म के आरोपी से रिश्वत मांगने का सिपाही का ऑडियो वायरल

दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एंव उधोग मंत्री पीयूष गोयल से मिले निर्यातकों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें कारोबार की समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है. कारोबारियों ने सरकार के सामने ईरान से रुपये में कारोबार करने की इच्छा जताई है. कारोबारियों के मुताबिक सरकार ने कई निर्यातकों को सन्देह के घेरे में रखा है, जिनके निर्यात के उत्पादों की जांच की जा रही है. जांच के नाम पर उनके रिफंड रोके गए हैं, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है.
सतपाल सिंह, कारोबारी

Intro:एंकर: मुरादाबाद: मुरादाबाद के पीतल कारोबार में अघोषित वैश्विक आर्थिक मंदी का असर साफ नजर आ रहा है. मंदी की मार झेल रहे कारोबारियों ने केंद्रीय वाणिज्य एंव उधोग मंत्री पीयूष गोयल से मदद की गुहार लगाई है. कारोबारियों के मुताबिक निर्यात के ऑफ सीजन में ईरान पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश हुआ करता था लेकिन पिछले साल अमेरिका द्वारा ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद निर्यात ठप्प हो गया है. ईरान द्वारा भारत के हस्तशिल्प निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अकेले मुरादाबाद को छह करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकशान हुआ है. पिछले सप्ताह दिल्ली में पीयूष गोयल से मुलाकात कर लौटे कारोबारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंप कर जल्द कार्रवाई की अपील की है.


Body:वीओ वन: मुरादाबाद से सालाना साड़े आठ हजार करोड़ रुपये का हस्तशिल्प उत्पाद विदेशों को निर्यात किया जाता है जो पूरे देश के हस्तशिल्प निर्यात का उन्नतीस फीसदी हिस्सा है. पिछले कुछ महीनों से पूरे विश्व में छाई अघोषित आर्थिक मंदी का असर पीतल कारोबार पर भी पड़ा है और क्रिसमस के लिए अमेरिका और यूरोप से आने वाले ऑर्डरों में गिरावट आई है. कारोबारी जहां कारोबार के कम होने से परेशान है वहीं पीतल उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार देश ईरान भी नाराज है.अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ईरान ने 1300 भारतीय उत्पादों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए जिसकी वजह से पीतल कारोबार को छह करोड़ से ज्यादा का घाटा हुआ है. कारोबारियों के मुताबिक ऑफ सीजन में ईरान को उत्पाद निर्यात कर कारोबारी अपने कारीगरों को साल भर रोजगार देते थे जो अब मुश्किल लग रहा है.
बाईट: सतपाल सिंह- कारोबारी
वीओ टू: दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एंव उधोग मंत्री पीयूष गोयल से मिले निर्यातकों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें कारोबार की समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है. कारोबारियों के मुताबिक भारत सरकार अपने स्तर पर बातचीत कर ईरान को कारोबार के लिए तैयार करें. कारोबारियों ने सरकार के सामने ईरान से रुपये में कारोबार करने की इच्छा जताई है. इसके साथ ही जीएसटी को लेकर आ रहीं दिक्कतें और पुराने पेमेंट को लेकर भी ज्ञापन सौंपा गया है. कारोबारियों के मुताबिक सरकार ने कई निर्यातकों को सन्देह के घेरे में रखा है जिनके निर्यात के उत्पादों की जांच की जा रही है लेकिन जांच के नाम पर उनके रिफंड रोके गए है जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है.
बाईट: सतपाल सिंह: निर्यातक


Conclusion:वीओ तीन: दरअसल मुरादाबाद के पीतल से बने उत्पादों का सबसे बड़ा बाजार ईरान था लेकिन ईरान के बाजार बंद करने के फैसले के बाद पीतल कारोबार बेहाल है. कारोबारी दुनिया के अन्य देशों को पीतल के साथ मिक्स मैटल भी निर्यात करते है लिहाजा कारोबार जारी है. गर्मियों के मौसम में जब यूरोप और अमेरिका से ऑर्डर नहीं होते है उस वक्त ईरान के साथ कारोबार पीतल उधोग को नया जीवन देता है. कारोबारियों को उम्मीद है कि सरकार इस समस्या का जल्द समाधान कर कारोबारियों को राहत देगी.
भुवन चन्द्र
ईटीवी भारत
मुरादाबाद
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