अयोध्या : राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद से दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं. वे धर्मनगरी का दीदार भी कर रहे हैं. धरती के भगवान माने जाने वाले चिकित्सकों को भी अयोध्या भाने लगी है. देश-विदेश से किसी न किसी बहाने तमाम चिकित्सक यहां पहुंच रहे हैं. शुक्रवार से राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय क्रोनोमेडिसिन सम्मेलन की शुरुआत की गई. इसमें काफी संख्या में चिकित्सक शामिल होने पहुंचे हैं.
अयोध्या में पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रोनोमेडिसिन 2024 कांफ्रेंस हो रही है. सचिव प्रोफेसर डॉ. वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि पिछली बार इसका आयोजन राजस्थान के जैसलमेर में हुआ था. राम मंदिर निर्माण के बाद चिकित्सकों ने अयोध्या में इस कांफ्रेंस को कराने का आह्वान किया था. वे रामलला के दर्शन व अयोध्या को देखना भी चाहते थे. यही कारण रहा है कि कांफ्रेंस अयोध्या में कराई जा रही है. तकरीबन 800 से 1000 के बीच चिकित्सक इसमें शामिल हो रहे हैं.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि कांफ्रेंस का शुभारंभ समारोहपूर्वक किया गया. यह सम्मेलन 1 दिसंबर तक चलेगा. इसमें विदेश से भी 14 चिकित्सक पहुंच रहे हैं. इनमें 10 अमेरिका के हैं.
उन्होंने बताया कि यूएसए के अमेरिका कॉलेज ऑफ फिजिशियन की वाइस प्रेसिडेंट डॉ. मुक्ता पांडा, यूएसए से डॉ. देवेंद्र अग्रवाल, चेन्नई से डॉ. कृष्णा शेषादोई, अमेरिका से डॉ. सुरेश सी त्यागी, यूएसए से डॉ. देवाशीष बगेची, डॉ. के राय चौधरी, डॉ. सीबा चौधरी, यूएस से डॉ. रामेश्वर नाथ चौधरी, डॉ. समेन्द्र नाथ, डॉ बानिक, यूके से डॉ. परिजाल डे व संगीता डे के अलावा देश के नामी गिरामी चिकित्सक शामिल हो रहे हैं.
इसके अलावा पद्मश्री डॉ. कमलाकर त्रिपाठी, बीएचयू के डायरेक्टर प्रो. डॉ. एनएस संखवार, एम्स के डायरेक्टर प्रो. डॉ. अजय सिंह भी शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. सभी अयोध्या दर्शन को भी जाएंगे.
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