मुरादाबाद: जनपद के गलशहीद थाना क्षेत्र में एक साल पहले लापता हुए बच्चे को अभी तक पुलिस तलाश नहीं पाई है. परिजनों का आरोप है कि थाने से लेकर अधिकारियों के चक्कर लगाते उन्हें काफी समय हो गया, लेकिन पुलिस मामले में हीलाहवाली कर रही है. परिजनों ने गलशहीद थाने में तैनात एक दारोगा पर बच्चे को तलाशने के एवज में पचास हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया है. दारोगा पर लगे आरोपों के बाद अधिकारी पीड़ित से सम्पर्क करने का दावा कर रहे हैं. इसके साथ ही पुलिस अधिकारी आरोपी दारोगा के खिलाफ शिकायत मिलने पर जांच करने की बात कह रहे हैं.
- एक साल से लापता बच्चे का पुलिस नहीं लगा पाई सुराग
- बच्चा ढूंढने के एवज में दारोगा ने की पैसों की मांग
- पुलिस के पास बच्चे को चोरी करने वाले आरोपी की सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद
जनपद के मैनाठेर थाना क्षेत्र में रहने वाले नासिर और उनकी पत्नी ने गलशहीद थाने में तैनात दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए है. नासिर के मुताबिक एक साल पहले उनका अपनी पत्नी रानी से विवाद हो गया था, जिसके बाद रानी मासूम बच्चे को लेकर घर से चली गई थी. रेलवे स्टेशन पर बच्चे के साथ रह रही रानी को एक दिन कुछ लोग मदद दिलाने के नाम पर रोडवेज बस अड्डे ले गए, जहां से मासूम बच्चा चोरी हो गया. बच्चे के चोरी होने की घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में भी कैद हुई थी. पुलिस ने गलशहीद थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की, लेकिन एक साल बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं मिल पाया. नासिर अपनी पत्नी रानी के साथ कई बार अधिकारियों से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन थाना पुलिस हर बार आश्वासन देकर दंपति को घर भेज देती है.
पीड़ित दंपति के मुताबिक गलशहीद थाने में तैनात एक दारोगा से उन्होंने कुछ दिन पहले बच्चे को तलाशने की गुहार लगाई तो दरोगा ने पचास हजार रुपये की व्यवस्था करने को कहा. बच्चे को तलाशने में होने वाले खर्च के तौर पर दारोगा पैसों की मांग करने लगा, जिसके बाद पीड़ित दंपति थाने से वापस लौट आए. पीड़ित दंपति ने अभी तक मामले की शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से नहीं की है. वहीं पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पीड़ित से सम्पर्क कर उनकी शिकायत सुनी जाएंगी. एसपी सिटी के मुताबिक उन्हें दारोगा द्वारा पैसों की मांग करने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके बाद पीड़ित पक्ष से बात की जा रही है.