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मुरादाबाद: नदी में डूबने से किशोरी की मौत, बैलगाड़ी पलटने से हुआ हादसा - रामगंगा नदी

यूपी के मुरादाबाद में रामगंगा नदी में डूबने से एक किशोरी की मौत हो गई. मृतका बैलगाड़ी से पशुओं के लिए चारा लाने जा रही थी.

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मृतका बैलगाड़ी से पशुओं के लिए चारा लाने जा रही थी.
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Published : Aug 28, 2020, 9:13 PM IST

मुरादाबाद: जिले में बैलगाड़ी से पशुओं का चारा लेने जा रही किशोरी रामगंगा नदी में डूब गई. सात घंटे के रेस्क्यू के बाद युवती का शव स्थानीय गोताखोर ने नदी में से ढूंढ निकाला. साथ ही नदी में डूबने से एक बैल की भी मौत हो गई. नदी में अचानक बैलगाड़ी पलटने से हादसा हुआ था. पिता बीमार होने के कारण पड़ोसी की बैलगाड़ी मांगकर मृतका पशुओं का चारा लेने नदी पार जा रही थी.

पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से पशुओं के लिए चारा लाने के लिए किसानों को जान जोखिम में डालकर नदी पार जाना पड़ रहा है. सीओ हाइवे श्रीराम सागर ने बताया कि मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव दौलतपुर अजमतपुर निवासी निशा अपने पिता गफ्फार के बीमार होने के कारण शुक्रवार की सुबह पड़ोस में ही रहने वाले शरीफ की बैलगाड़ी मांगकर अपने ताऊ इकरार, बहन गुलनाज और शरीफ के बेटे जीशान के साथ नदी पार चारा लेने जा रही थी. शरीफ का बेटा बैलगाड़ी चला रहा था. रामगंगा नदी का घटता जलस्तर देख शरीफ ने बैलगाड़ी रामगंगा नदी में उतार दी. बीच नदी में पहुंचते ही बैलगाड़ी अचानक एक तरफ झुक गई. बैलगाड़ी में बैठे चारो लोग डूबने लगे. शोर मचाने पर स्थानीय लोगों की मदद से इकरार, शरीफ और गुलनाज को बचा लिया गया. वहीं पानी का बहाव तेज होने से निशा पानी में डूब गई.

ग्रामीणों ने डायल 112 पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी. सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई. इसके बाद मूंढापांडे पुलिस को जानकारी दी गई. सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी रामकुमार सागर फोर्स के साथ-साथ गोताखोरों को लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए. दमकल विभाग, तहसील और स्थानीय गोताखोरों द्वारा सात घंटे तक शव ढूंढने के लिए रेस्क्यू चलाया गया. स्थानीय गोताखोर आरिफ ने सात घंटे बाद शाम चार बजे निशा के शव को खोज निकाला.

मुरादाबाद: जिले में बैलगाड़ी से पशुओं का चारा लेने जा रही किशोरी रामगंगा नदी में डूब गई. सात घंटे के रेस्क्यू के बाद युवती का शव स्थानीय गोताखोर ने नदी में से ढूंढ निकाला. साथ ही नदी में डूबने से एक बैल की भी मौत हो गई. नदी में अचानक बैलगाड़ी पलटने से हादसा हुआ था. पिता बीमार होने के कारण पड़ोसी की बैलगाड़ी मांगकर मृतका पशुओं का चारा लेने नदी पार जा रही थी.

पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिसकी वजह से पशुओं के लिए चारा लाने के लिए किसानों को जान जोखिम में डालकर नदी पार जाना पड़ रहा है. सीओ हाइवे श्रीराम सागर ने बताया कि मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव दौलतपुर अजमतपुर निवासी निशा अपने पिता गफ्फार के बीमार होने के कारण शुक्रवार की सुबह पड़ोस में ही रहने वाले शरीफ की बैलगाड़ी मांगकर अपने ताऊ इकरार, बहन गुलनाज और शरीफ के बेटे जीशान के साथ नदी पार चारा लेने जा रही थी. शरीफ का बेटा बैलगाड़ी चला रहा था. रामगंगा नदी का घटता जलस्तर देख शरीफ ने बैलगाड़ी रामगंगा नदी में उतार दी. बीच नदी में पहुंचते ही बैलगाड़ी अचानक एक तरफ झुक गई. बैलगाड़ी में बैठे चारो लोग डूबने लगे. शोर मचाने पर स्थानीय लोगों की मदद से इकरार, शरीफ और गुलनाज को बचा लिया गया. वहीं पानी का बहाव तेज होने से निशा पानी में डूब गई.

ग्रामीणों ने डायल 112 पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी. सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई. इसके बाद मूंढापांडे पुलिस को जानकारी दी गई. सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी रामकुमार सागर फोर्स के साथ-साथ गोताखोरों को लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए. दमकल विभाग, तहसील और स्थानीय गोताखोरों द्वारा सात घंटे तक शव ढूंढने के लिए रेस्क्यू चलाया गया. स्थानीय गोताखोर आरिफ ने सात घंटे बाद शाम चार बजे निशा के शव को खोज निकाला.

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