मुरादाबाद: जिले के एक निजी मेडिकल कॉलेज में सात साल की बच्ची की मौत हो गयी. बच्ची की हालत गम्भीर होने पर 6 अप्रैल को कोरोना टेस्ट के लिए जिला अस्पताल की टीम बुलाकर सैंपल जांच के लिए भेजा गया था. बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. टीम ने गांव पहुंचकर परिवार व रिश्तेदारों के घरों के बाहर होम क्वारंटाइन नोटिस चस्पा कर दिया. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो नोटिस हटा लिया जाएगा.
भगतपुर थाना क्षेत्र के मझरा बेरखेडा चक में संदिग्ध कोरोना संक्रमित बच्ची की टीएमयू हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई. 6 अप्रैल को तबियत ज्यादा खराब होने की वजह से कोरोना आशंकित मानकर जिला अस्पताल को सूचना दी. जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हॉस्पिटल पहुंचकर सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया. जिसकी रिपोर्ट 9 अप्रैल तक आएगी. लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही बच्ची की मौत हो गयी. बच्ची की मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
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आनन फानन में पुलिस, सीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंच गयी. गांव पहुंचकर मृतका के परिवार वालों चाचा, ताऊ सहित तीन घरों पर 20 अप्रैल तक का क्वारंटाइन का नोटिस चस्पा कर सख्त हिदायत दी, कि कोई भी व्यक्ति घर या इनके मोहल्ले में न जाए और न ही किसी को अपने घर बुलाए. कोरोना निगेटिव व पॉजिटिव कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सीएमओ एमसी गर्ग ने बताया कि एक सात साल की बच्ची की टीएमयू हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गयी है. बच्ची को 6 अप्रैल में टीएमयू में भर्ती कराया गया था. जिसकी हालत गंभीर होने पर हॉस्पिटल स्टाफ ने हमारे ऑफिस में सूचना दी थी. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्ची का सैंपल लेकर कोरोना टेस्ट के लिए भेज दिया. रिपोर्ट कल तक आने की उम्मीद है, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.