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बीजेपी को कोसने के बाद पंचायती राज्य मंत्री के साथ ओपी राजभर की चाय पर चर्चा - uttar pradesh news

ओमप्रकाश राजभर सर्किट हाउस में 2022 के विधानसभा को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करने आए थे. इसी दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला. लेकिन सर्किट हाउस में ही ओमप्रकाश राजभर अपनी बैठक के बाद भाजपा के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह से मिलने पहुंच गए.

'चाय की चुस्की' के बीच भाजपा मंत्री और ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात राजनीतिक गलियारों में दे गयी कई संकेत
'चाय की चुस्की' के बीच भाजपा मंत्री और ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात राजनीतिक गलियारों में दे गयी कई संकेत
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Published : Jul 9, 2021, 6:26 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 7:13 PM IST

मुरादाबाद : एक ही जगह एक दल की बुराई और वहीं उसी दल के नेता के संग बैठकर चाय की चुस्की ली जाए और गलबहियां फेरी जाएं तो इसे क्या कहिएगा. वैसे भी राजनीत और राजनीतिक बिसातों पर निजी संबंधों और दलगत आकांक्षाओं की परतों के बीच फर्क कर पाना आम आदमी के लिए कठिन है. शायद यही वजह है कि जब भी ऐसी घटनाएं होतीं हैं, चर्चा का विषय बन जातीं हैं.

कुछ ऐसा ही मुरादाबाद में भी हुआ जहां भारतीय जनता पार्टी को डूबती नाव और इसके नेताओं पर भर-भर कर तोहमतें लगाने वाले सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सर्किट हाउस में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के साथ चाय की चुस्कियां लेते नजर आए. हालांकि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को केवल शिष्टाचार भेंट बताया लेकिन भाजपा नेता के साथ ओमप्रकाश राजभर की यह मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है. यह भी कहा जा रहा है कि ओमप्रकाश अपनी आकांक्षाओं के बीच किसी भी राजनीतिक संभावना को हाथों से जाने नहीं देना चाह रहें हैं. इसी लिए भाजपा के नेताओं से पुराने संबंधों का हवाला देकर जब तब मिलते रहते हैं.

बीजेपी को कोसने के बाद पंचायती राज्य मंत्री के साथ ओपी राजभर की चाय पर चर्चा

यह भी पढ़ें : इज्जत के बदले इज्जत लेने का आरोप निकला झूठा, पीड़िता ने कहा- गैंग रेप जैसी कोई घटना उसके साथ नहीं हुई


दरअसल, ओमप्रकाश राजभर सर्किट हाउस में 2022 के विधानसभा को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करने आए थे. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला. लेकिन सर्किट हाउस में ही ओमप्रकाश राजभर अपनी बैठक के बाद भाजपा के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह से मिलने पहुंच गए. दोनों ने एक कमरे में करीब आधा घंटा बैठकर बातचीत की.

इस मुलाकात पर ओमप्रकाश राजभर ने सफाई देते हुए कहा कि चौधरी भूपेंद्र सिंह से हुई मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी. कहा कि जब वह मंत्री था तब हमारे साथी थे. उनसे व्यक्तिगत संबंध है. दल अपनी जगह है. व्यवहार और मानवता अपनी जगह है. इसी वजह से वह मुलाकात करना चाहते थे लेकिन कार्यकर्ताओं की भीड़ अधिक थी इसलिए वह उनसे मिलने खुद उनके कमरे में चले गए. यह उनका पर्सनल विजन है. कहा कि बीजेपी में जो पिछड़े वर्ग के नेता हैं, उन लोगों से उनके भी अच्छे संबंध हैं.


उधर, पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह ने भी ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात को केवल शिष्टाचार भेंट बताया. चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वह मुरादाबाद के सर्किट हाउस में एक मीटिंग में आए थे. वहां ओमप्रकाश राजभर भी आए हुए थे. जब उनको जानकारी हुई तो वह उनसे मुलाकात करने आ गए. इस मुलाकात का कोई भी राजनीतिक मतलब निकालना गलत होगा.

मुरादाबाद : एक ही जगह एक दल की बुराई और वहीं उसी दल के नेता के संग बैठकर चाय की चुस्की ली जाए और गलबहियां फेरी जाएं तो इसे क्या कहिएगा. वैसे भी राजनीत और राजनीतिक बिसातों पर निजी संबंधों और दलगत आकांक्षाओं की परतों के बीच फर्क कर पाना आम आदमी के लिए कठिन है. शायद यही वजह है कि जब भी ऐसी घटनाएं होतीं हैं, चर्चा का विषय बन जातीं हैं.

कुछ ऐसा ही मुरादाबाद में भी हुआ जहां भारतीय जनता पार्टी को डूबती नाव और इसके नेताओं पर भर-भर कर तोहमतें लगाने वाले सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सर्किट हाउस में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के साथ चाय की चुस्कियां लेते नजर आए. हालांकि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को केवल शिष्टाचार भेंट बताया लेकिन भाजपा नेता के साथ ओमप्रकाश राजभर की यह मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है. यह भी कहा जा रहा है कि ओमप्रकाश अपनी आकांक्षाओं के बीच किसी भी राजनीतिक संभावना को हाथों से जाने नहीं देना चाह रहें हैं. इसी लिए भाजपा के नेताओं से पुराने संबंधों का हवाला देकर जब तब मिलते रहते हैं.

बीजेपी को कोसने के बाद पंचायती राज्य मंत्री के साथ ओपी राजभर की चाय पर चर्चा

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दरअसल, ओमप्रकाश राजभर सर्किट हाउस में 2022 के विधानसभा को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करने आए थे. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला. लेकिन सर्किट हाउस में ही ओमप्रकाश राजभर अपनी बैठक के बाद भाजपा के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह से मिलने पहुंच गए. दोनों ने एक कमरे में करीब आधा घंटा बैठकर बातचीत की.

इस मुलाकात पर ओमप्रकाश राजभर ने सफाई देते हुए कहा कि चौधरी भूपेंद्र सिंह से हुई मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी. कहा कि जब वह मंत्री था तब हमारे साथी थे. उनसे व्यक्तिगत संबंध है. दल अपनी जगह है. व्यवहार और मानवता अपनी जगह है. इसी वजह से वह मुलाकात करना चाहते थे लेकिन कार्यकर्ताओं की भीड़ अधिक थी इसलिए वह उनसे मिलने खुद उनके कमरे में चले गए. यह उनका पर्सनल विजन है. कहा कि बीजेपी में जो पिछड़े वर्ग के नेता हैं, उन लोगों से उनके भी अच्छे संबंध हैं.


उधर, पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह ने भी ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात को केवल शिष्टाचार भेंट बताया. चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वह मुरादाबाद के सर्किट हाउस में एक मीटिंग में आए थे. वहां ओमप्रकाश राजभर भी आए हुए थे. जब उनको जानकारी हुई तो वह उनसे मुलाकात करने आ गए. इस मुलाकात का कोई भी राजनीतिक मतलब निकालना गलत होगा.

Last Updated : Jul 9, 2021, 7:13 PM IST
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