मुरादाबाद: जिले की ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगातार अभियान चला कर जुगाड़ वाहनों और ई-रिक्शा को सीज किया जा रहा है. इसके चलते गरीब लोगों को परेशानी हो रही है. इसे लेकर जिले में लागू धारा 144 के बीच भारतीय गोरक्षा वाहिनी के लोगों ने मुरादाबाद पुलिस और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान गो रक्षा वाहिनी के सदस्यों के साथ जुगाड़ वाहन चालक, ई रिक्शा चालक, ठेला चालक व अन्य लोग शामिल थे. प्रदर्शन करते हुए भारतीय गोरक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों और सदस्यों ने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के कारण वैसे ही आमदनी के सभी जरिए बंद हो चुके हैं. जो गरीब लोग अपने जुगाड़ वाहन से काम कर रहे हैं, उसे भी मुरादाबाद ट्रैफिक पुलिस रोकना चाहती है.
पुलिस छीन रही रोजगार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन देने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे भारतीय गोरक्षा वाहिनी के सदस्यों ने गरीब तबके के लोगों के साथ जोरदार प्रदर्शन किया. जिले में धारा 144 लागू होने के बीच गौरक्षा वाहिनी के सदस्यों ने कहा कि हमारी मजबूरी है कि हम इस तरह से प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हैं, क्योंकि मुरादाबाद पुलिस द्वारा लगातार गरीब तबके के लोगों का शोषण किया जा रहा है. कोरोना वायरस के कारण वैसे ही लोगों के रोजगार छिन गए हैं. ऊपर से मुरादाबाद पुलिस जुगाड़ वाहनों से कमाई करने वालों की रोजी-रोटी छीनने में लगी हुई है.
लगाए बेहद गंभीर आरोप
भारतीय गोरक्षा वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर मनोज कुमार सिंह ने मुरादाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुरादाबाद पुलिस गोकशी जैसी घटनाओं को नहीं रोक पाती. मैंने खुद सैकड़ों बार गोकशी की घटनाओं की रिपोर्ट की है. मुरादाबाद शहर के एसपी सिटी किसी का फोन तक नहीं उठाते. अगर यह भ्रष्टाचारी पुलिस इस तरह का कार्य गरीब लोगों पर करती रहेगी तो हम आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
मांगें नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में करेंगे आंदोलन
भारतीय गोरक्षा वाहिनी ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपने ज्ञापन में कहा है कि मुरादाबाद में जुगाड़ मोटर चलाने वालों पर पुलिस का अत्याचार तुरंत रोका जाए. मुरादाबाद में जुगाड़ मोटर को पुलिस द्वारा पकड़ने और सीज करने की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए, जिससे गरीब तबके के इन लोगों के सामने किसी तरह की कोई समस्या ना खड़ी हो. अगर ऐसा होता रहा तो हम पूरे प्रदेश में आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.