मुरादाबाद: जिले के कुंदरकी ब्लॉक में स्थित जैतपुर पट्टी गांव के सैकड़ों लोग आज भी सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. यहां पर सड़कों का आभाव होने के साथ-साथ तमाम मूलभूत सुविधाओं की कमी है. इस कारण से यहां के तकरीबन तीन हजार लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. मूलभूत सुविधाओं की कमी होने का सबसे बड़ा खमियाजा स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को उठाना पड़ रहा है. गांव को मुख्य मार्ग से वाली सड़क पर घुटने तक गंदा पानी भरा रहता है. कई बार अधिकारियों और नेताओं से शिकायत करने के बाद भी समस्या जस-की तस बनी हुई है.
मूलभूत सुविधाओं की है कमी
कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र के जैतपुर पट्टी गांव में मूलभूत सुविधाओं की इतनी कमी है कि योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को पर नहीं लग पा रहे हैं. यहां पर पढ़ने-लिखने वाले बच्चे रास्ते में गंदा पानी भरा होने के कारण स्कूल तक नहीं जा पाते हैं. सैंकड़ों लोगों से जुड़ा मुख्य रास्ता लंबे समय से एक तालाब की तरह दिखाई दे रहा है.
क्या कहते हैं ग्रामीण और छात्राएं
ग्रामीणों का कहना है कि वो उन्होंने कई बार जिला प्रशासन के सामने लिखित में अपनी समस्या दी. उन्होंने अपनी मांग भी रखी, लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने उनकी सुध तक नहीं ली. वहीं स्कूल जाने वाली छात्राओं का कहना है कि वह लगातार इसी गंदे पानी से भरे रास्ते से होकर मुख्य मार्ग पर पड़ने वाले स्कूल तक जाती हैं. कई बार इस रास्ते पर भरे पानी में छात्र-छात्राएं गिर भी चुके हैं. उन्हें चोट भी आती है और वह स्कूल तक नहीं जा पाते, लेकिन रास्ता बनवाने के लिए कोई तैयार नहीं है.
जल्द शुरू होगा सड़क निर्माण का काम
इसको लेकर जब सीडीओ आनंद वर्धन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. कुंदरकी ब्लॉक के एक गांव में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. हम कोशिश करेंगे कि इस गांव को सरकारी योजनाओं से अच्छादित करके यहां के लोगों की समस्याओं को दूर किया जाए. सीडीओ ने आश्वासन दिया है कि गांव में सड़क निर्माण को जल्द से जल्द मंजूरी दिलवाने की कोशिश की जाएगी.
सरकार से लगी आस
दरअसल, जैतपुर पट्टी कुंदरकी इलाके का शायद अकेला ऐसा गांव है, जहां पर लोगों को किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा पढ़ने वाले छात्र उठा रहे हैं. उन्हें अपने स्कूल तक जाने के लिए अपने जूते-चप्पल भी हाथों में उठा कर जाना पड़ता है.
छात्रों ने मीडिया के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि वह उन्हें इससे निजात दिलाएं. हालाकि ग्रमीणों ने इस बाबत बिलारी एसडीएम और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई हुई है. अब ये लोग सरकार की ओर से की जाने वाली कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं.