मुरादाबाद: मन में कुछ करने का जज्बा हो तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होती और न ही संसाधनों का अभाव रुकावट पैदा करता है. कुछ ऐसी ही दास्तां है जिले की दो जुड़वा बहनों की. निशानेबाजी में पारंगत यह बहनें संसाधनों के अभाव के बाद भी अपना हुनर दिखा रहीं है.
इंडिया के लिए खेलना है इनका सपना
नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में अव्वल स्थान हासिल करने के बाद इनकी कोशिश राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनने की है, जिसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. अगले महीने होने वाले ट्रॉयल के लिए उधार ली गई बंदूक और एक किट से अभ्यास कर रहीं, इन बहनों का सपना देश का नाम रोशन करने का है.
जीत चुकी हैं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप
अंशिका और वंशिका जुड़वा बहनें हैं और मुरादाबाद के कांशीरामनगर में रहती हैं. कुछ दिनों पहले भोपाल में नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में दोनों बहनों ने हिस्सा लिया और टीम इंडिया के ट्रॉयल के लिए क्वालीफाई किया. बेटियों की इस सफलता से परिजन खुश हैं. पिता एक निजी कम्पनी में काम करते हैं और दस हजार रुपये महीने की सैलरी में परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं.
स्कूल से शुरू किया है निशानेबाज बनने का सफर
स्कूल में निशानेबाजी की प्रतियोगिता में शिरकत करने के बाद दोनों बहनों ने इसे करियर के तौर पर अपनाया और आज दोनों अपनी मेहनत से अपने सपने को साकार करने का प्रयास कर रहीं हैं. खेल और खिलाड़ियों के लिए सरकारें तमाम दावें करती हैं, लेकिन हकीकत अंशिका और वंशिका बेहतर समझती हैं.
इसे भी पढ़ें- दिल्ली हाट में आदि महोत्सव: लोगों को भा रहे हैं मुरादाबाद के शानदार कालीन
जीत चुकी हैं कई मेडल
स्कूल से लेकर नेशनल लेवल तक कई पदक जीत चुकी दोनों बहनों का सपना टीम इंडिया के लिए खेलने का है और हर दिन इसके लिए यह दोनों घंटों अभ्यास कर रही हैं. परिवार भी बेटियों के साथ खड़ा है और इनके करियर के लिए मकान तक बेचने को तैयार है. ऐसे में बेटियां भी खुद को साबित करने में पीछे नहीं रहना चाहती और अभावों को पीछे छोड़ बेहतर भविष्य के लिए रास्ता तैयार कर रही हैं.