मिर्जापुर: वाराणसी, भदोही, प्रयागराज और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला गंगा नदी पर बना शास्त्री पुल पिछले कई वर्षों से जर्जर होने के कारण यहां से भारी वाहन का आवागमन बाधित है. शासन से बजट जारी होने के बाद मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है. लोक निर्माण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगी है. इसके बाद भी शिकायतें मिल रही हैं कि रात्रि के समय ओवरलोड वाहनों को पास कराया जा रहा है, जिसको देखते हुए डीएम सुशील कुमार पटेल अपने कार्यालय में सीसीटीवी लगवा कर पुल की निगरानी कर रहे हैं, जिससे अब पुल पर भारी वाहन गुजरना मुश्किल हो जाएगा.
प्रदेश के कई जनपदों को जोड़ने वाला शास्त्री पुल करीब चार वर्षों से जर्जर है. पुल के दो पिलर कमजोर होने के कारण भारी वाहनों को रोक दिया गया है, जिससे सबसे अधिक नुकसान यहां पर खनन व्यवसाय के ट्रक मालिकों को हो रही है. इनके साथ मध्य प्रदेश से आने वाले ट्रक चालकों को 60 से 70 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे डीजल के साथ टोल टैक्स भी चुकाना पड़ रहा है. जनता की मांग पर मरम्मत के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने नौ करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जिसमें तीन करोड़ कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग को भेज दिया गया है. पैसा मिलते ही सितंबर से मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है.
बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक
पुल जर्जर होने के चलते यहां पर बड़े वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है. इसके बावजूद भी चोरी-छिपे भारी गाड़ियों को पास कराया जा रहा है. इसकी शिकायत पर डीएम सुशील कुमार पटेल अपने कार्यालय में सीसीटीवी लगाकर निगरानी कर रहे हैं ताकि जर्जर पुल का कार्य सही समय पर हो जाए. डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि यदि कोई भारी वाहन पुल से गुजरता है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जर्जर पुल की मरम्मत में जुटे इंजीनियरों का कहना है कि सभी पिलरों में लगे हुए बेयरिंग को बदला जाएगा. सभी जॉइंट की मरम्मत की जा रही है. इसके अलावा केबल भी बदली जाएगी. पुल के स्लैब के अंदर स्टील के वायर की केबल भी डाली गई है, जो पुल के संतुलन को बनाए रखती है. इस कार्य को पूरा करने में लगभग तीन महीने लगेंगे. इस बीच भारी वाहन पुल पर नहीं गुजरेंगे. मरम्मत का कार्य पूरा हो जाने पर भारी वाहन पहले जैसे दौड़ेंगे.